Saka Panja Sahib: पाकिस्तान में साका पंजा साहिब शताब्दी समारोह में शामिल होंगे दिल्ली के सिख
Saka Panja Sahib Centenary Celebrations डीएसजीएमसी के महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में विशेष कोरोना टेस्ट शिनिर लगाया जाएगा जिससे कि उन्हें कोरोना जांच रिपोर्ट प्राप्त करने में परेशानी न हो।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पाकिस्तान के रावलपिंडी से 45 किलोमीटर दूर स्थित पवित्र पंजा साहिब जी गुरुद्वारा में 30 अक्टूबर को आयोजित होने वाले साका पंजा साहिब के शताब्दी समारोह में भारत के सिख भी शामिल होंगे।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने बताया कि 240 भारतीय सिखों का जत्था 28 अक्टूबर को वाघा बार्डर के रास्ते पाकिस्तान जाएगा। इस जत्थे में 40 श्रद्धालु दिल्ली के होंगे।
दो नवंबर को वापस भारत लौटेंगे श्रद्धालु
श्रद्धालु शताब्दी समारोह में शामिल होने के साथ ही पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक सिख गुरुद्वारों पंजा साहिब व श्री ननकाना साहिब तथा लाहौर के पवित्र गुरुद्वारों के दर्शन करेंगे। श्रद्धालु दो नवंबर को वापस भारत पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि सिखों के लिए साका पंजा साहिब का विशेष महत्व है।
अमृतसर में अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले सिखों को गिरफ्तार कर 30 अक्टूबर 1922 को ब्रिटिश अधिकारी दूरदराज के जेल में बंद करने के लिए ट्रेन से ले जाया जा रहा था। पंजा साहिब के सिखों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने गिरफ्तार लोगों को लंगर देने का फैसला किया। वहां के अधिकारियों ने उन्हें जब इसकी अनुमति नहीं दी तो कई सिख रेलवे पटरी पर बैठ गए। ट्रेन की चपेट में आकर कई सिखों का बलिदान हुआ था।
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इस घटना से स्वतंत्रता आंदोलन को मिला नया बल
इस घटना से ब्रिटिश सरकार के खिलाफ रोष फैल गया। इस घटना से स्वतंत्रता आंदोलन को नया बल मिला। इन बलिदानियों की याद में पंजा साहिब में 30 अक्टूबर मेला आयोजित होता है। उन्होंने कहा कि साका पंजा साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना प्रतिरोधी टीकाकरण और कोरोना जांच की नेगेटिव रिपोर्ट साथ रखना होगा।