दिल्लीः सिग्नेचर ब्रिज पर शुरू हुआ आवागमन, देखिये पहले दिन का नजारा
पुल के शुरू होने से काफी राहत मिलेगी। प्रतिदिन यमुनापार करने के लिए दो से तीन घंटे जाम में खराब करने पड़ते थे, लेकिन अब समय की बचत होगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली की नई पहचान बनने वाले सिग्नेचर ब्रिज पर वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है। सोमवार को इस ब्रिज पर वाहन फर्राटा भरते नजर आए, लेकिन इनकी संख्या कम थी। वहीं, जो लोग पहुंचे भी उन्होंने जमकर सेल्फी ली।
इस दौरान लोगों ने यहां पर रुक कर ब्रिज का जमकर दीदार किया। पुलिस भी मुस्तैद रही कि भीड़ ज्यादा इकट्ठा न हो पाए। सोमवार को ज्यादातर वाहन चालक नजर आए।
बता दें कि इसके चालू होने से वजीराबाद वाला जाम काफी कम हो जाएगा, जिससे आउटर रिंग रोड़ पर ट्रैफिक में कमी आएगी। यह ब्रिज न सिर्फ रिंग रोड के ट्रैफिक के दबाव को कम करेगा, बल्कि एनएच-9 पर भी बहुत राहत मिलेगी। यहां खजूरी खास के पास वजीराबाद ट्रैफिक जाम का तो जैसे दूसरा नाम बन गया था।
सिग्नेचर ब्रिज शुरू होने से दिल्ली से लोनी और गाजियाबाद के बीच लगने वाले समय में कमी आएगी, जिसमें करीब 30 मिनट की बचत हो सकेगी। हालांकि, ट्रैफिक पुलिस इस बात को लेकर थोड़ी चिंतित है कि अचानक ट्रैफिक बढ़ने की वजह से मजनू का टीला पर बॉटलनेक बन सकता है।
- सिग्नेचर ब्रिज में क्या है खास ?
- सिग्नेचर ब्रिज की लंबाई करीब 700 मीटर है।
- सिग्नेचर ब्रिज की ऊंचाई कुतुबमीनार से दोगुनी है।
- सिग्नेचर ब्रिज की चौड़ाई: 35.2 मीटर है।
- सिग्नेचर ब्रिज पर 19 स्टे केबल्स लगाए गए हैं।
- सिग्नेचर ब्रिज पर पायलोन की ऊंचाई 154 मीटर है, यहां से दिल्ली का टॉप व्यू देखा जा सकेगा।
- सिग्नेचर ब्रिज पर कई जगह बनाए गए हैं सेल्फी स्पॉट
- सिग्नेचर ब्रिज में 50 लोगों के एक साथ ले जाने वाली 4 लिफ्ट लगाई गईं है।
- सिग्नेचर ब्रिज 1518.37 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है।
यहां पर बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन किया। पुल के शुरू होने से काफी राहत मिलेगी। प्रतिदिन यमुनापार करने के लिए दो से तीन घंटे जाम में खराब करने पड़ते थे, लेकिन अब समय की बचत होगी। लोगों का कहना है कि इस पुल के शुरू होने का काफी लंबे समय से इंतजार था। अब जाकर पुल शुरू हुआ है। अब प्रतिदिन यमुनापार जाने के लिए जाम से जूझने की समस्या से राहत मिलेगी। यमुनापार से काफी लोग उत्तरी दिल्ली व बाहरी दिल्ली जाते हैं। इस पुल के शुरू होने के बाद कुछ हद तक राहत मिलेगी।
सिग्नेचर ब्रिज में इन अधिकारियों ने किया काम
सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण में कई अभियंताओं ने काम किया है। इसमें से कई को रविवार को समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित भी किया गया था। 1ब्रिज को पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम ने बनाया है। इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी शूरबीर सिंह हैं, जबकि इसके परियोजना प्रबंधक शिशिर बंसल हैं। बंसल ने दिसंबर 2014 में इस परियोजना का काम अपने हाथ में लिया था। उस समय सिग्नेचर ब्रिज का केवल 30 फीसद ही काम पूरा हुआ था। काम पूरा किए जाने का अधिक श्रेय बंसल को जाता है। इससे पहले इस परियोजना के मुख्य अभियंता जोस कोरियन रहे थे। कोरियन काफी दिनों से इस परियोजना को देख रहे थे। 1शीला दीक्षित के पसंदीदा अधिकारी होने के चलते सेवानिवृत्त होने के बाद शीला सरकार ने उन्हें पांच साल का एक्सटेंशन दिया था। जब 2004 में परियोजना की रूपरेखा बनी तो उस समय बीबी बधवा परियोजना से जुड़े। बधवा अब इस परियोजना में सलाहकार हैं। परियोजना में पियंक मित्तल, कपिल देव नारायण, वीके गुप्ता, एम के सरीन, प्रदीप गर्ग, बी एन सिंह, एच एस रोहिल्ला आदि ने भी अपना योगदान दिया।