दिल्ली सीलिंग: CM को चैलेंज कर फिर सील तोड़ने पहुंचे मनोज तिवारी, कांग्रेस ने बताया ड्रामा
मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा कि वह कॉलोनियों में जाएं और दिल्ली की जनता को जवाब दें। मनोज तिवारी ने कहा कि वह भी मामले में एफआइआर दर्ज कराएंगे।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में सीलिंग को लेकर राजनैतिक उठा-पटकर जारी है। रविवार को गोकलपुर गांव की एक डेयरी की सील तोड़ने पर सोमवार को भाजपा सांसद व दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई थी। साथ ही डेयरी को दोबारा सील कर दिया गया था। मंगलवार सुबह मनोज तिवारी ने सीलिंग मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हुए दोबारा सील तोड़ने जाने का एलान किया था। एलान के मुताबिक मनोज तिवारी गोकलपुर पहुंच चुके हैं। उधर कांग्रेस ने सीलिंग के मुद्दे पर दिल्ली व केन्द्र सरकार दोनों को घेरा है।
मनोज तिवारी के दोबारा सीलिंग तोड़ने गोकलपुर आने की सूचना पहले ही पुलिस को मिल गई थी। लिहाजा पुलिस ने मौके पर भारी फोर्स तैनात कर रखी है। यहां करीब 200 पुलिसकर्मी तैनात हैं। इनमें महिला पुलिसकर्मी भी हैं। डेयरी जिस गली में है उसके दोनों तरफ सुबह से ही बैरीकेडिंग कर दी गई है। मनोज तिवारी के पहुंचने पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें डेयरी के पास जाने से रोक दिया।
रोके जाने पर सांसद मनोज तिवारी ने सीलिंग खुलवाने को लेकर शाहदरा उत्तरी जोन के निगम उपायुक्त से बात भी की। मनोज तिवारी ने कहा वह किसी भी प्रकार से कानून हाथ में नहीं लेंगे और दो दिन में इस सीलिंग की समस्या का समाधान नहीं निकला तो दो दिन बाद दोबारा यहां आएंगे। मनोज तिवारी ने इलाके के लोगों से भी कानून व्यवस्था बनाए रखने और वापस अपने घरों में जाने की अपील की।
मालूम हो कि रविवार को दिल्ली के गोकलपुर गांव में मनोज तिवारी ने नगर निगम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए एक डेयरी की सील तोड़ दी थी। मामले में पूर्वी दिल्ली नगर निगम के वेटरनरी विभाग ने सोमवार को उनके खिलाफ थाने में शिकायत दी थी। साथ ही डेयरी को दोबारा सील कर दिया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मनोज तिवारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के शाहदरा उत्तरी जोन के वेटरनरी विभाग द्वारा दी गई शिकायत में कहा गया है कि गोकलपुर गांव में प्रेम सिंह नामक व्यक्ति की अवैध डेयरी को गत 14 सितंबर को पुलिस की मौजूदगी में सील किया गया था। अखबारों व सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि डेयरी में लगाई गई सील सांसद मनोज तिवारी द्वारा तोड़ दी गई है। शिकायत के साथ पेन ड्राइव में सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो फुटेज को भी सुबूत के तौर पर दिया गया है। निगम अधिकारी ने पुलिस से मांग की है कि सील तोड़ने के दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाए।
एफआइआर दर्ज होने के बाद मंगलवार सुबह भाजपा नेता मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि अगर गैरकानूनी तरीके से सीलिंग हुई तो हम इसके खिलाफ विरोध और प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा कि वह कॉलोनियों में जाएं और दिल्ली की जनता को जवाब दें। मनोज तिवारी ने कहा कि वह भी मामले में एफआइआर दर्ज कराएंगे।
इस घोषणा के कुछ देर बाद ही गोकलपुर की उस डेयरी के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। बताया जा रहा है कि मनोज तिवारी थोड़ी देर में समर्थकों संग दोबारा उस डेयरी की सील तोड़ने के लिए पहुंचने वाले हैं। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने आसपास बैरीकेडिंग कर दी है। उधर पुलिस की हलचल और मनोज तिवारी के आने की सूचना से मौके पर काफी संख्या में स्थानीय लोग जुट गए हैं। पुलिस लोगों को हटाने के प्रयास में जुटी है। पुलिस को आशंका है कि मनोज तिवारी के पहुंचने पर स्थानीय लोगों को गुस्सा बेकाबू हो सकता है।
सीलिंग पर कांग्रेस ने भाजपा व आप को घेरा
दिल्ली में सीलिंग को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार दोपहर एक प्रेसवार्ता की। प्रेसवार्ता में दिल्ली कांग्रेस ने मनोज तिवारी को ड्रामेबाज बताया। कांग्रेस नेता मुकेश शर्मा ने कहा कि उनके दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने करोलबाग की रैली में जेल जाने की घोषणा की थी। इसके बाद भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेताओ की नींद टूटी। उसके बाद ये नाटक रचा गया।
वहीं अरविंदर सिंह लवली ने कहा अचानक से बीजेपी और आम आदमी पार्टी के नेता सील तोड़ रहे हैं। एक पार्टी का अध्यक्ष और एक पार्टी का विधायक सील तोड़ता है। ये कांग्रेस के न्याय युद्ध की पहली विजय है। हालाँकि दुःख की बात भी है कि सरकार में होने के बावजूद दोनों पार्टियां सीलिंग से पक्की राहत नही दे रहे। न्याय युद्ध सील तोड़ने के लिए नही बल्कि सील खोलने के लिए है। आज दिल्ली में अवैध सीलिंग चल रही है हाउस होल्ड सीलिंग को खुद केजरीवाल रोक सकते हैं लेकिन राहत नही दे रहे यही हाल केंद्र का है। सत्ता में बैठे लोग ही सील तोड़ रहे हैं। इससे स्पष्ट हैं कि उन्हें केंद्र से कोई राहत की उम्मीद नहीं है।
कांग्रेस ने राज्य और केन्द्र सरकार से मांग की कि दिल्ली को एमसीडी के भ्रष्टाचार और अवैध सीलिंग से छुटकारा दिलाएं। सील तोड़ना सस्ती राजनीती है। दोनों पार्टियां जब तक कानून के जरिये राहत नहीं देती हमारा न्याय युद्ध चलता रहेगा। कांग्रेस नेता हारून युसूफ ने कहा कि अजय माकन ने एक महीने में ही दिल्ली को राहत दी लेकिन ये सरकारें नाटक कर रही है। पहले जैसे केजरीवाल जी ने नाटक किया अब मनोज तिवारी कर रहे हैं। लोकसभा में जिस सांसद ने आज तक सीलिंग का मुद्दा नही उठाया, वह अचानक सील तोड़ रहे है। मॉनिटरिंग कमिटी को इसका संज्ञान लेना चाहिए। तीन साल में केजरीवाल की कार्यप्रणाली की कलाई खुल गयी है।
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