Dengue Cases: दिल्ली में डेंगू से मौत का टूटा छह साल का रिकार्ड, 650 से ज्यादा नए मामले दर्ज
सोमवार को जारी आंकड़े के अनुसार इस सप्ताह डेंगू के 600 से ज्यादा नए मामले दर्ज हुए। डेंगू से 6 लोगों की मौत हुई है जोकि छह साल में सर्वाधिक मृत्यु के आंकड़े हैं। इस साल डेंगू से कुल मृत्यु का आंकड़ा 15 पर पहुंच गया है।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। राजधानी में मच्छरजनित बीमारियों का कहर इस कदर बरपा है कि मृत्यु के मामले में छह साल का रिकार्ड टूट गया है। निगम ने इस सप्ताह डेंगू से छह और मरीजों की मौत की पुष्टि की है। इससे इस वर्ष मृत्यु का आंकड़ा 15 तक जा पहुंचा है। इससे पूर्व वर्ष 2015 में डेंगू के 15 हजार 867 सर्वाधिक मरीज दर्ज हुए थे और 60 मरीजों की मौत भी सर्वाधिक हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार बीते एक सप्ताह में 699 नए डेंगू के मरीजों की पुष्टि हुई है। इससे कुल मरीजों का आंकड़ा आठ हजार नौ सौ 75 तक पहुंच गया है। जिन छह मरीजों की मृत्यु की पुष्टि हुई उनकी जान अक्टूबर व नंवबर माह में गई थी। जान गंवाने वालों मे 11 वर्ष से लेकर 43 वर्ष तक की आयु के मरीज शामिल हैं। डेंगू से सर्वाधिक 400 से अधिक मौत 1996 में हुई थी।
मच्छरजनित बीमारियों के लिए आंकड़े एकजुट करने के लिए नोडल एजेंसी दक्षिणी निगम की रिपोर्ट के अनुसार बीते एक सप्ताह में डेंगू के 699 मरीजों में से 126 मरीज उत्तरी निगम क्षेत्र से हैं। तो वहीं दक्षिणी निगम क्षेत्र 124 मरीजों की पुष्टि हुई है। इसी तरह पूर्वी निगम क्षेत्र से 117 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र से छह, दिल्ली कैंट क्षेत्र से सात और रेलवे इलाके से एक मरीज सामने आया है। इसमें से 318 मरीज ऐसे हैं जिनका पता नहीं मिल पाया है।
अस्पताल ले जाने में कर रहे हैं देरी
डेंगू के मरीजों की मृत्यु के पीछे बड़ी वजह लोगों की लापरवाही भी है। लोग बहुत देरी से मरीजों को दाखिल करा रहे हैं। इसकी वजह से भी मरीजों की मृत्यु हो रही है। पुष्ट हुई छह मौतों में दो मरीज ऐसे हैं जिन्हें जिस दिन अस्पताल में भर्ती किया गया उसी दिन उनकी मृत्यु हो गई। वहीं, बाकि चार मरीज ऐसे थे जिनकी मृत्यु अस्पताल में दाखिल कराने के तीन से चार दिन के भीतर हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि मरीज की हालत गंभीर होने पर लोग घरेलू इलाज में जुटे रहते हैं। इसकी वजह से जब उन्हें अंतिम समय में दाखिल किया जाता है काफी देर हो जाती है।
जान गंवाने वालों में चार पुरुष तो दो महिला
जिन मरीजों की मृत्यु हुई है उसमें चार पुरुष है तो दो महिला है। इसमें 25 वर्षी य पुरुष की पांच नंवबर को लोकनायक अस्पताल में मृत्यु हुई थी। वह तुर्कमान गेट इलाके के रहने वाले थे। जबकि 38 वर्षीय देवली निवासी की मैक्स अस्पताल में मृत्यु हुई थी। इसी तरह 13 वर्षीय मदनगीर, 11 वर्षीय मालवीय नगर निवासी की मृत्यु भी इलाज के दौरान मैक्स अस्पताल में हुई थी। 20 वर्षीय महिला जो कि शाहबाद मोहम्मदपुर इलाके की उसकी मृत्यु आयुषमान अस्पताल में हुई थी। इसी तरह 43 वर्षी सरिता विहार निवासी महिला की मृत्यु होली फैमली अस्पताल में 12 नंवबर को हुई थी।
चार साल में की गई मलेरिया की जांच
वर्ष जांच की संख्या
2018-112854
2019-97447
2020-30782
2021-39464
पांच वर्ष में मच्छरजनित बीमारियों से हुई मौते
वर्ष-मलेरिया-डेंगू
2015-0- 60
2016-0-10
2017-0-10
2018-0-4
2019-0-2
2020-1-1
2021-0-15
पूर्वी दिल्ली नगर निगम में कुल डेंगू के मरीज: 1048
क्षेत्र- मरीजों की संख्या
शाहदरा उत्तरी -540
शाहदरा दक्षिणी-508
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में कुल मरीज: 2422
क्षेत्र- मरीजों की संख्या
पश्चिमी-611
मध्य-547
दक्षिणी-693
नजफगढ़-571
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कुल मरीज: 2515
क्षेत्र- मरीजों की संख्या
सिविल लाइंस-483
रोहिणी-414
सिटी एसपी-314
केशवपुरम-482
करोल बाग-392
नरेला- 430
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद:78
दिल्ली कैंट:139
रेलवे:18
अपुष्ट पते:2755
निगमों द्वारा की गई कार्रवाई
विवरण--2018-2019-2020-2021
कितने घरों में पाया मच्छरों का लार्वा-232949-178582-109177-193002
कानूनी नोटिस भेजे गए-186022-141767-84365-148643
कितने लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई-25956-17661-10337-26560
कितने लोगों के चालान काटे गए-12309-8510-5079-7858
कितने तालाबों में गंबूजिया मछली को डाला गया-83-91-84-122
क्षेत्रानुसार डेंगू की स्थिति का तुलनात्मक विवरण
क्षेत्र-2021-2020-2019-2018
पूर्वी निगम-1048-73-179-206
दक्षिणी निगम-2422-402-285-276
उत्तरी निगम-2515-318-300-91
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद-78-31-61-100
दिल्ली कैंट-139-8-57-140
रेलवे-18-2-117-11
अपुष्ट पते-2755-158-882-1908
कुल-8975-992-1884-2732
बीते वर्षों में मच्छरजनित बीमारियों का तुलनात्मक विवरण
वर्ष-मलेरिया-डेंगू-चिकनगुनिया
2012-817-2063-6
2013-509-5455-8
2014-197-895-8
2015़-331-15783-29
2016-453-4305-7635
2017-575-4681-551
2018-742-2732-164
2019-694-1184-259
2020-224-992-106
2021-167-8975-89
नोट: वर्ष 2012 से 2015 तक के आंकड़े प्रत्येक वर्ष एक जनवरी से लेकर दो दिसंबर तक के हैं जबकि 2016 से 2021 के आंकड़े प्रत्येक वर्ष एक जनवरी से लेकर चार दिसंबर तक के हैं।