जून से अगस्त तक मानसून ने दिल्ली को दिया दगा, 33 फीसद कम हुई बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक जून से सितंबर के मध्य चार माह मानसून की बारिश होती है लेकिन 25 अगस्त तक यह 33 फीसद कम चल रही है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली में इस बार बादलों की आवाजाही तो खूब रही, छाए भी हर बार, लेकिन बरसे बहुत ही कम। मानसून की झमाझम बारिश का तो इस बार अच्छे से अहसास तक नहीं हो पाया। जी हां, आंकड़ों के मुताबिक, इस वर्ष दिल्ली में मानसून के तीन माह में मेघ दो तिहाई ही बरसे हैं। आने वाले दिनों में भी झमाझम बारिश के आसार नहीं लग रहे।
मौसम विभाग के मुताबिक जून से सितंबर के मध्य चार माह मानसून की बारिश होती है, लेकिन 25 अगस्त तक यह 33 फीसद कम चल रही है। इस तिथि तक ही दिल्ली में होने वाली वर्षा का सामान्य आंकड़ा 486.7 मिलीमीटर है जबकि इस साल 327.2 मिलीमीटर बारिश ही हुई है। बारिश की मात्रा ही नहीं, दिन भी अबकी बार कम रहे हैं। छिटपुट बारिश तो फिर भी बीच-बीच में होती रही है, लेकिन भारी बारिश का दिल्लीवासी अभी भी इंतजार ही कर रहे हैं।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक देश के उत्तर-पश्चिम में आने वाले दिल्ली- एनसीआर में तो मानसून की बारिश फिर भी ठीक रही है, लेकिन अपरिहार्य कारणों से दिल्ली में मानसून टर्फ कमजोर पड़ता रहा है। मौसम भी उमस भरा ज्यादा रहा है। मतलब, धूप भी तेज निकल रही है और उमस भी कम नहीं हो रही।
मौसम विभाग को आगे भी नहीं लग रहे झमाझम बारिश के आसार
अगले सप्ताहांत में एक दो दिन अच्छी बारिश हो सकती है। इसके बाद सितंबर में भी हाल फिलहाल अच्छी बारिश के ज्यादा संकेत नहीं हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, सितंबर माह के उत्तरार्ध में मौसम में शुष्कता आने और बारिश की मात्रा बहुत कम हो जाने पर इसके खत्म होने के संकेत मिलने लगते हैं।
कुलदीप श्रीवास्तव (निदेशक, प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र, दिल्ली) के मुताबिक, इसमें संदेह नहीं कि दिल्ली में इस बार कम बारिश हुई है। एनसीआर में तो फिर भी बारिश ठीक रही है, लेकिन दिल्ली में अपेक्षाकृत हल्की रही है। मानसून खत्म होने के बाद इसके कारणों का आंकलन किया जाएगा। आने वाले दिनों में भी अभी भारी बारिश का कोई पूर्वानुमान जता पाना संभव नहीं है।