दिल्ली में बारिश ने तोड़ा 32 साल का रिकार्ड, बढ़ी ठिठुरन; जानिए अगले 24 घंटे कैसा रहने वाला है मौसम
Delhi Rain Update बारिश ने दिल्ली में ठंड बढ़ा दी है। बारिश के साथ-साथ तेज हवा भी चलने से अधिकतम तापमान में सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इसकी वजह से ठिठुरन बढ़ गई है। शनिवार इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। शुक्रवार आधी रात से शुरू होकर शनिवार देर रात तक रूक- रूककर होती रही बारिश ने दिल्ली में ठंड बढ़ा दी है। बारिश के साथ-साथ तेज हवा भी चलने से अधिकतम तापमान में सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। दिन भर ठिठुरन बनी रही। आलम यह रहा कि शनिवार इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। सिर्फ यही नहीं, 22 जनवरी तक हुई बारिश ने जनवरी माह में बारिश का 32 साल का रिकार्ड भी तोड़ दिया। मौसम विभाग की मानें तो रविवार को भी बादल छाए रहने व हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है। शनिवार को दिन भर बादल छाए रहे और सूर्यदेव मानो छुटटी मनाने चले गए। दिन में कुछ घंटे बारिश रूकी भी तो धूप के दर्शन तब भी न हुए। यही वजह रही कि दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम 14.7 डिग्री सेल्सियस चला गया। यह इस सीजन का सबसे कम अधिकतम तापमान है और ठिठुरन भरे ठंड के मानक पर खरा उतरता है।
हालांकि न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 84 से 100 प्रतिशत रहा। अधिकतम तापमान 13.3 डिग्री सेल्सियस के लिहाज से नरेला जबकि न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस की दृष्टि से रिज एरिया दिल्ली के सबसे ठंडे इलाके रहे। अब अगर बारिश की बात करें तो राजधानी के प्रतीक सफदरजंग पर सुबह साढ़े आठ बजे तक 4.6 मिमी और साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे तक 0.6 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। दूसरी तरफ दिल्ली में इस साल जनवरी में शनिवार (22 जनवरी) तक 69.8 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले 32 वर्षों में जनवरी की सर्वाधिक है।
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार रात साढ़े नौ बजे तक दिल्ली में 69.8 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है। जनवरी 1989 में दर्ज की गई 79.7 मिमी बारिश के बाद यह सबसे अधिक है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि रविवार को भी आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। हल्की बारिश हो सकती है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान क्रमश: 16 तथा 10 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। बारिश के बाद सोमवार से फिर अगले दो तीन तक मध्यम श्रेणी का कोहरा परेशानी का सबब बन सकता है।