Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने Zero FIR काट नोएडा भेज दिया केस, पुलिस मुख्यालय पहुंचा मामला, DCP और SHO से जवाब तलब
Delhi Policeगत दिनों सेवानिवृत्त आइएएस नेपाल चंद्र सेन की साउथ कैंपस थानाक्षेत्र में कार लूट लेने के मामले में थाना पुलिस द्वारा टालमटोल करने का मामला सोमवार को पुलिस मुख्यालय पहुंच गया। मुख्यालय में दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी व साउथ कैंपस के थानाध्यक्ष से जवाब तलब किया गया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Police: दिल्ली पुलिस को पब्लिक फ्रेंडली बनाने के लिए दावे पर दावे किए जाते हैं। गृहमंत्री व उप राज्यपाल के निर्देश पर पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ऐसी व्यवस्था बनाने में जुटे हुए हैं जिससे हर नागरिक की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जा सके, जिससे उन्हें न्याय मिल सके। लेकिन कुछ अधिकारी व कर्मी इस तरह की व्यवस्था बनने देने में बाधक बन रहे हैं। उदाहरण के तौर पर हालिया एक मामले से इसकी पुष्टि हो रही है।
गत दिनों सेवानिवृत्त आइएएस नेपाल चंद्र सेन की साउथ कैंपस थानाक्षेत्र में कार लूट लेने के मामले में थाना पुलिस द्वारा टालमटोल करने का मामला सोमवार को पुलिस मुख्यालय पहुंच गया। मुख्यालय में दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी व साउथ कैंपस के थानाध्यक्ष से जवाब तलब किया गया।
दोनों से लिखित में जवाब मांगा गया है कि पीड़ित की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं की गई। चालक को जब राव तुला राम मार्ग साउथ कैंपस थाना क्षेत्र में बंधक बनाकर कार लूट ली गई तब थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज न कर नोएडा सेक्टर 20 थाने के लिए जीरो एफआइआर क्यों कर दी?
पूर्व पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने पिछले साल मनोज सी को दक्षिण-पश्चिम जिले का डीसीपी बनाया था तब से वह जिले की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ज्ञात रहे पूर्व आइएएस नेपाल चंद्र सेन शुक्रवार की रात पटना से फ्लाइट से आइजीआइ एयरपोर्ट पर उतरे थे। उन्हें लाने के लिए उनका चालक नोएडा के सेक्टर 20 से हैरियर कार लेकर एयरपोर्ट के लिए निकला था। सेक्टर 20 में तीन बदमाशों ने चालक से लिफ्ट मांग कार में बैठ गए थे।
रात करीब 9.30 बजे राव तुला राम मार्ग पर पहुुंचने पर एक बदमाश ने पैसे खुले कराने के बहाने कार रुकवा लिया था। कार रोकते ही बदमाशों ने चालक को बंधक बना लिया था। उसे आगे व पीछे की सीट के बीच में नीचे की तरफ गिराकर बुरी तरह पिटाई शुरू कर पर्स व मोबाइल लूट लिया था। देर रात उसे गुरुग्राम के घाटा गांव के पास पहाड़ी इलाके में कार से बाहर फेंकने के बाद बदमाश कार लूटकर फरार हो गए थे।
वारदात के बाद किसी तरह चालक पैदल चलते हुए कुछ दूर खड़े यातायात पुलिसकर्मी के पास पहुंचकर आपबीती बताई थी। पुलिसकर्मियों ने चौकी पुलिस को घटना की सूचना दी। चौकी पुलिस ने घटना साउथ कैंपस में होने की बात बता चालक को दिल्ली भेज दिया था।
साउथ कैंपस थाना पुलिस शनिवार सुबह तक चालक को बैठाए रखा। बाद में थानाध्यक्ष ने चालक से कहा कि डीसीपी मनोज सी ने उन्हें प्राथमिकी दर्ज करने से यह कहते हुए मना कर दिया है कि बदमाश नोएडा में कार में सवार हुए थे।
थानाध्यक्ष ने कुछ पुलिसकर्मियों के साथ चालक को सेक्टर 20 थाने भेज दिया था। वहां की पुलिस ने भी यह कहते हुए प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार कर दिया था कि लूटपाट की घटना साउथ कैंपस में हुई है। सीमा विवाद में दो दिनों तक पुलिस उलझी रही। अंतत: साउथ कैंपस थाना पुलिस ने नोएडा पुलिस के लिए जीरो एफआइआर काट दी।