फिल्मी अंदाज में हथियारों की तस्करी, 40 पिस्टल के साथ यूं घरे गए तस्कर
पुलिस ने तस्करों के पास से 40 पिस्टल बरामद की है। गिरोह पिछले 11 साल से दिल्ली-एनसीआर व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हथियारों की तस्करी कर रहा है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। सूट-बूट पहनकर फिल्मी अंदाज में वातानुकूलित ट्रेन में हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह का क्राइम ब्रांच ने भंडाफोड़ किया है। क्राइम ब्रांच ने गिरोह के सरगना पुरानी गंज मुंगेर मध्य प्रदेश निवासी दीपक कुमार साहा (35) व नित्यानंद पुर मेरठ निवासी साजिद (34) को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने तस्करों के पास से 40 पिस्टल बरामद की है। गिरोह पिछले 11 साल से दिल्ली-एनसीआर व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हथियारों की तस्करी कर रहा है और अब तक 400 हथियारों की सप्लाई गैंगस्टर, अपराधियों व अन्य को कर चुका है।
डीसीपी क्राइम ब्रांच व प्रवक्ता मधुर वर्मा ने बताया कि बीते दिनों भारी संख्या में हथियार तस्कर दबोचे व हथियार बरामद किए गए थे। ऐसे में हथियार तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए इंटरस्टेट क्राइम ब्रांच की टीम लगाई गई थी।
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एसीपी संजय सहरावत, इंस्पेक्टर सुनील कुमार व नीरज कुमार की टीम को 29 अप्रैल को सूचना मिली कि हथियारों की आपूर्ति करने के लिए तस्कर दीपक साथी के साथ आनंद विहार स्टेशन पर पहुंच रहा है। टीम ने घेराबंदी कर दीपक कुमार साहा व साजिद को गाजीपुर फ्लाईओवर के पास दबोच लिया।
तलाशी लेने पर उनसे 40 पिस्टल बरामद की गईं। पूछताछ में दीपक ने बताया कि 2006 में वह अवैध हथियारों की सप्लाई करने वाले मुंगेर निवासी गुड्डू के संपर्क में आया और फिर दिल्ली-एनसीआर व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हथियारों की आपूर्ति शुरू कर दी। इसके लिए उसने फिल्मी तरीका अपनाया था।
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तस्कर वातानुकूलित ट्रेन में एसी-1 क्लास में टिकट बुक कराता था। छोटे स्टेशन के प्रवेश द्वार पर चेकिंग कम होने के कारण वे वहीं से ट्रेन में बैठते थे और दिल्ली के मुख्य स्टेशन से पहले ही किसी स्टेशन पर उतर जाते थे ताकि स्टेशन से सुरक्षित बाहर निकल सकें।
दीपक ने कुछ समय बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश व दिल्ली-एनसीआर के अपने साथियों से खुद ही ऑर्डर लेने लगा और डिलीवरी से पहले ही रुपये ले लेता था। साजिद सात माह पहले ही दीपक के गैंग में शामिल हुआ था। दिल्ली-एनसीआर के कई आपराधिक गैंग दीपक के संपर्क में थे।
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पूछताछ में पता चला कि क्राइम ब्रांच ने 2016 में दीपक को 20 अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने दोबारा हथियारों की तस्करी शुरू कर दी थी। ये लोग .32 बोर की पिस्टल 15 हजार में खरीदकर 20 हजार व .9 एमएम पिस्टल 20 हजार में खरीदकर 30 हजार में बेचते थे।