दिल्ली: लोन रैकेट का भंडाफोड़, PNB के एजीएम सहित 4 लोग गिरफ्तार
आर्थिक अपराध शाखा के एडिशनल कमिश्नर सुभाशीष चौधरी ने बताया कि आरोपियों ने फर्जी कागजात के आधार पर पंजाब नेशनल बैंक की मयूर विहार फेज-3 स्थित शाखा में सरिता के नाम से फर्जी खाता खोला था।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने लोन रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की ब्रैडी हाउस (मुंबई) स्थित शाखा के एजीएम सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान एजीएम पीके वरुण, अमरजीत सिंह, अजय कुमार शर्मा और सुरेश के रूप में हुई है। पीके वरुण की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा कर साढ़े सात करोड़ रुपये का ऋण पास किया गया था।
आरोपियों ने खोली शेल कंपनी
फर्जीवाड़े के लिए आरोपियों ने एक शेल कंपनी (कागजों पर चलने वाली कंपनी) भी खोली थी। मुंबई स्थित जिस पीएनबी शाखा से लोन पास किया गया। उस शाखा का नाम नीरव मोदी मामले से भी जुड़ा हुआ है। मामले का मास्टरमाइंड अजय शर्मा वरुण का रिश्तेदार है और नामी बार 'एफ बार एंड लाउंज' का पार्टनर है।
आरोपियों ने खोला था फर्जी खाता
आरोपियों पर इस तरह के फर्जीवाड़े के कई मामले दिल्ली-एनसीआर में दर्ज हैं। आर्थिक अपराध शाखा के एडिशनल कमिश्नर सुभाशीष चौधरी ने बताया कि इंस्पेक्टर संजीव की टीम ने 11 सितंबर को आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने फर्जी कागजात के आधार पर पंजाब नेशनल बैंक की मयूर विहार फेज-3 स्थित शाखा में सरिता के नाम से फर्जी खाता खोला था।
मुंबई में शेल कंपनी खोली
अमरजीत और सुरेश ने फर्जी कागजों के आधार पर नोएडा के सूरजपुर में फैक्ट्री दिखाकर ब्रांच मैनेजर शीतल गर्ग की मदद से 49.90 लाख रुपये का लोन लिया। उधर, अजय शर्मा ने कनॉट प्लेस में एफ सीरीज बार खोला। यह बार जिस कंपनी के जरिये खोला गया, उसमें पीएनबी के एजीएम पीके वरुण के बेटे को 20 फीसद की साझेदारी दे दी गई। इसके बाद अमरजीत और अजय ने मुंबई में शेल कंपनी खोली।
प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया
इस फर्जी कंपनी के आधार पर ब्रैडी हाउस स्थित पीएनबी की शाखा में तैनात एजीएम पीके वरुण की सहायता से सात करोड़ रुपये का लोन लिया। लोन लेने के लिए किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। संबंधित व्यक्ति लोन लेने के लिए मुबंई तक नहीं गया। सारी प्रक्रिया दिल्ली में पूरी की गई। बैंक अधिकारियों ने बिना जांच के फर्जी रिपोर्ट बैंक को सौंपी थी। लोन लेने के बाद किश्त भी नहीं चुकाई गई।
जारी है आरोपियों की तलाश
बैंक से नीरव मोदी का नाम जुड़ने के बाद अमरजीत फरार हो गया और अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया। इस दौरान एफ बार को तीन वर्ष चलाने के बाद बंद कर दिया गया। पीएनबी के अधिकारियों ने फर्जीवाड़े की शिकायत दिल्ली पुलिस में की तो पुलिस हरकत में आई। अपराध शाखा ने कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को दबोचा। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले में ब्रैडी हाउस और मयूर विहार फेज-3 शाखा के ब्रांच मैनेजर फरार चल रहे हैं, उनकी तलाश की जा रही है।