दवा की दुकान बंद कर शुरू कर दी मादक पदार्थों की तस्करी, सरकारी अस्पतालों से जुड़े तार
पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य बदमाशों की तलाश कर रही है। अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त भीष्म सिंह ने बताया कि टीम ने कश्मीरी गेट इलाके से सत्यनारायण को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सत्यनारायण दुबे के रूप में हुई है। उसके पास से नौ किलो मादक पदार्थ बरामद हुए हैं जिसकी कीमत लाखों में है। आरोपी पहले दवा की दुकान चलाता था लेकिन बाद में मादक पदार्थों की तस्करी करने लगा।
अन्य बदमाशों की तलाश जारी
पुलिस अब गिरोह से जुड़े अन्य बदमाशों की तलाश कर रही है। अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त भीष्म सिंह ने बताया कि एसीपी आदित्य गौतम और इंस्पेक्टर सुनील की टीम ने कश्मीरी गेट इलाके से सत्यनारायण को गिरफ्तार किया। तलाशी लेने पर उसके पास से चार किलो केटामाइन और पांच किलो स्यूडोफेड्रीन बरामद हुई।
कई देशों में प्रतिबंधित
केटामाइन का प्रयोग मुख्य रूप से मनुष्य और जानवरों को बेहोश करने में किया जाता है। दुष्प्रभाव के कारण यह भारत सहित कई देशों में प्रतिबंधित है। वहीं स्यूडोफेड्रीन को पार्टी ड्रग्स के रूप में जाना जाता है। इसका प्रयोग अत्यधिक उत्तेजना के लिए क्लब और होटलों में पार्टी के दौरान किया जाता है।
दवा की दुकान पर किया काम
पूछताछ में पता चला कि मूलरूप से उत्तर प्रदेश शाहगंज निवासी आरोपी लंबे समय से करावल नगर इलाके में रह रहा है। पहले उसने भागीरथ पैलेस में एक दवा की दुकान पर काम किया। बाद में अपनी दुकान खोल ली लेकिन दुकान चलाने से संबंधित नियमों का वह पालन नहीं कर पा रहा था जिसके कारण उसने इसे बंद कर दिया।
ऐसे चलता था गोरखधंधा
इसके बाद वह ज्यादा मूल्य लेकर चोरी छुपे मादक पदार्थों की आपूर्ति करने लगा। पूछताछ में सत्यनारायण ने बताया कि वह सीजीएचएस और ईएसआइ जैसे सरकारी अस्पतालों में प्रयोग होने वाली दवाओं को ले लेता था। बाद में उनसे सरकारी मुहर को मिटाकर ऊंचे दाम पर बेचता था।
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