Fight against corona: मुस्लिमों ने भी घर की लाइटों को बंद करके जलाई मोमबत्ती
जाफराबाद ब्रह्मपुरी मुस्तफाबाद चौहान बांगर वेलकम शास्त्री पार्क सहित कई अन्य मुस्लिम बहुल इलाकों में घरों की लाइटें बंद रही।
नई दिल्ली (शुजाउद्दीन)। यमुनापार में नौ बजे नौ मिनट दीए जलाने का पीएम के आह्वान का अच्छा खासा असर दिखा। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी प्रधानमंत्री की दीये या मोमब्बती जलाकर कोरोना के अंधकार को खत्म करने वाली अपील का समर्थन किया। जाफराबाद, ब्रह्मपुरी, मुस्तफाबाद, चौहान बांगर, वेलकम, शास्त्री पार्क सहित कई अन्य मुस्लिम बहुल इलाकों में घरों की लाइटें बंद रही। घर की बालकनी और छतों पर लोगों ने मोमबत्ती और फोन की फ्लैटश लाइट जलाई। इसके साथ ही संदेश दिया कि कोरोना को हराने में मुस्लिम समुदाय सरकार और डॉक्टरों के साथ है।
लोगों की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री ने समाज को एक धागे में पिरोने का काम किया है। रविवार को सिर्फ मोमबत्ती ही नहीं जलाई, इस मोमबत्ती के जरिए एक संदेश दिया कि कोरोना से लड़ाई मैं डॉक्टर व सरकार के साथ हूं।
खालिद बाबा, वेलकम
मुस्लिम समुदाय भी कोरोना को हराने के लिए डॉक्टर, पुलिस और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। मुस्लिमों ने घरों की बालकनी में मोमबत्तियां जलाकर कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर नर्स ओर मेडिकल स्टाफ़ पर पुलिस का आभार व्यक्त किया है।
वकार चौधरी, रमेश पार्क
प्रधानमंत्री के आह्वान पर आज घर की सारी लाइटें बंद रखी और मोबाइल की फ्लैश जलाकर संदेश दिया कि कोरोना को हराने में सरकार के साथ हूं। सरकार से अपील है कि डॉक्टर को जिन उपकरणों की जरूरत है पहले उन्हें वह उपलब्ध करवाएं जाएं।
शमीम आलम, नूर ए इलाही
विश्व इस महामारी से जूझ रहा है। जागरूकता के जरिए ही वायरस को बहुत हद तक रोका जा सकता है, मैंने घर की लाइटे बंद की और फोन इसलिए जलाया ताकि संदेश दे सकूं लोग लॉकडाउन का पालन करें।
हाजी अमीरूद्दीन, मोहनपुरी।