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दिल्ली में कुछ स्थानों तक ही सीमित रह गया 15 दिवसीय विशेष स्वच्छता अभियान, ऐसी दिखी हकीकत

उपराज्यपाल के निर्देश पर शुरू हुआ 15 दिवसीय विशेष स्वच्छता अभियान कुछ इलाकों तक ही सीमित रहा और व्यापक तौर पर इसका असर देखने को नहीं मिला। 11 जून से शुरू हुआ विशेष सफाई अभियान रविवार को खत्म हो गया

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Tue, 28 Jun 2022 01:35 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2022 01:35 PM (IST)
दिल्ली में कुछ स्थानों तक ही सीमित रह गया 15 दिवसीय विशेष स्वच्छता अभियान, ऐसी दिखी हकीकत
नगर निगम से लेकर लुटियंस दिल्ली की कई स्थानों पर लगे हैं कूड़े के ढेर।

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। शपथ लेने के बाद से ही उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की प्राथमिकता भले ही स्वच्छ और हरित दिल्ली की रही हो, लेकिन नगर निगम समेत अन्य एजेंसियां इसे पूरी तरह से अलमीजामा पहनाने में नाकाम हो रही हैं। उपराज्यपाल के निर्देश पर शुरू हुआ 15 दिवसीय विशेष स्वच्छता अभियान कुछ इलाकों तक ही सीमित रहा और व्यापक तौर पर इसका असर देखने को नहीं मिला। 11 जून से शुरू हुआ विशेष सफाई अभियान रविवार को खत्म हो गया, लेकिन लुटियंस दिल्ली समेत विभिन्न इलाकों के डलावघरों में कूड़ा बिखरा पड़ा मिला तो सड़कों पर कचरे के ढेर भी मिले।

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कई प्रमुख इलाके भी विशेष स्वच्छता अभियान से अछूते दिखाई दिए, जबकि स्वच्छता अभियान का उद्देश्य उन स्थानों में सफाई करना था, जो प्रतिदिन की साफ-सफाई में रह जाते हैं। दैनिक जागरण की टीम ने दिल्ली के कई स्थानों का निरीक्षण किया। जहां पर कई ऐसे स्थान मिले, जहां कूड़े के ढेर लगे थे और आसपास गंदगी फैली थी। इन इलाकों तक नगर निगम का स्वच्छता अभियान नहीं पहुंच पाया। लुटियंस दिल्ली में भले ही स्वच्छता रैकिंग में अच्छी रैकिंग मिलती है, लेकिन यहां पर भी कई ऐसे स्थान मिल जाएंगे, जहां पर खुले में कूड़ा पड़ा रहता है। इस मामले में नई दिल्ली नगर पालिका परिषद से पक्ष मांगा गया, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया।

डलावघर के अंदर पहुंच रहा नाले का पानी

पंडारा रोड के किनारे कूड़े का ढेर लगा मिला। इसी तरह उत्तरी दिल्ली बात करें तो बवाना जेजे कालोनी के डलावघर और पार्क के पास कूड़े का ढेर लगा मिला। डलावघर के अंदर नाले का पानी बह रहा था। इसी तरह रोहिणी की एक मुख्य सड़क पर कूड़ा ऐसे बिखरा पड़ा था, जैसे लैंडफिल पर कूड़ा बिखरा पड़ा रहता है। बेसहारा पशु पालीथिन में खाना ढूंढते यहां आसानी से देखे जा सकते हैं। पालीथिन और कूड़े के ऐसे ढेर सड़क पर बहुत दूरी तक फैले हुए थे। यहां पर भी निगम का स्वच्छता अभियान नहीं पहुंच सका।

इलाकों को 15 दिन में साफ करने के मिले थे निर्देश

उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शपथ लेते ही दिल्ली के विभिन्न इलाकों का निरीक्षण किया था, जिसमें उन्हें सड़कों पर मलबा, कबाड़ आदि कूड़ा देखने को मिला था। जिसके बाद उन्होंने नगर निगम, दिल्ली कैंट बोर्ड, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी), लोक निर्माण विभाग आदि एजेंसियों को 15 दिन का विशेष सफाई अभियान चलाने का निर्देश दिया था।

पार्क में अवैध रूप से डाला जा रहा मलबा

पूर्वी दिल्ली के वार्ड 9 ई में तालाब पार्क के पास एक बड़ा पार्क है। इस पार्क में मलबे का ढेर लगा है। जबकि इस पार्क के सामने निगम का स्कूल भी हैं। इस पार्क में बड़ी मात्रा में बेसहारा गायें भी देखी जा सकती हैं। अवैध रूप से कई वर्षों से आसपास की टूटी बिल्डिगों का मलबा डाले जाने से पार्क की ऊंचाई कालोनी की सड़कों से भी ऊंची हो गई हैं, जिससे वर्षा का पानी कालोनी में और सड़क का स्तर जमा हो जाता है।

अमित कुमार, निदेशक, (प्रेस एवं सूचना निदेशालय, एमसीडी) का कहना है कि दिल्ली का क्षेत्रफल बहुत बड़ा है। हम उपलब्ध संसाधनों से सतत सफाई का प्रयास कर रहे हैं। हम पूरी तत्परता के साथ सफाई कर रहे हैं, जो इलाके रह गए हैं उनको भी संज्ञान में लेकर साफ किया जाएगा।


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