Delhi Weather Forecast: जानें- मौसम का सबसे ताजा अपडेट, बारिश होगी या नहीं और कब बढ़ेगा तापमान
Delhi Weather Forecast दिल्ली-एनसीआर के मौसम में आगामी कुछ दिनों के दौरान बड़ा बदलाव दिखाई देगा।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Delhi NCR Weather Forecast: दिल्ली-एनसीआर के मौसम में आगामी कुछ दिनों के दौरान बड़ा बदलाव दिखाई देगा। सर्दी के बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर भी समाप्त होने वाला है, ऐसे में गर्मी में तेजी से इजाफ होगा और तापमान में भी बढ़ोतरी होगी।
जल्द होगा तापमान में इजाफा
स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के मुताबिक, देश के ज्यादातर भागों में मौसम साफ और शुष्क रहेगा। इसी के साथ दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत के प्रदेशों में धीरे-धीरे न्यूनतम और अधिकतम तापमान में इजाफा देखने को मिलेगा।
भारतीय मौमस विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के पूर्वानुमान के मुताबिक, पहाड़ी राज्यों में हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते दिल्ली-एनसीआर में गर्मी का प्रकोप अभी थोड़ा रुक-रुक होगा, लेकिन यह भी माना जा रहा है कि अप्रैल के दूसरे सप्ताह में दिल्ली-एनसीआर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री तक पहुंच जाएगा। स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के असर से बृहस्पतिवार को आंशिक रूप से बादल तो छाए रहेंगे, हवा भी चलने के आसार हैं। लेकिन बारिश होने और गर्मी या तापमान में बदलाव की संभावना नहीं है। ऐसे में अप्रैल के दूसरे सप्ताह में गर्मी बढ़ जाएगी और तापमान में भी इजाफा होगा।
उत्तर भारत के मौसम में नहीं होगा कोई खास बदलाव
वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे हिस्सों में सक्रिय है। इसके प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र इस समय पूर्वी राजस्थान पर है। बावजूद इसके मौसम में ज्यादा बदलाव नहीं होगा।
दिल्ली के इतिहास का सबसे ज्यादा सर्द रहा मार्च महीना
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो दिल्ली के इतिहास का सबसे ठंडा मार्च महीना रहा है। मौसम विभाग के आकड़े भी इसके पक्ष में हैं। दरअसल, पूर्व में दिल्ली में मार्च महीने में औसतन तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस रहता है, जबकि यह इस साल 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा है। कहने का मतलब पूरे एक डिग्री कम। मौसम विज्ञानियों के नजरिये से यह साधारण बात नहीं है।
पहाड़ों पर बदले मौसम से हुआ बड़ा बदलाव
प्रादेशकि मौसम विज्ञान विभाग, दिल्ली (Regional meteorological department delhi) के मुखिया कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक, इससे पहले 1901 से अब तक सिर्फ वर्ष 2015 के मार्च में ही 97.5 मिलीमीटर की रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई थी। उन्होंने बताया कि इस बार पहाड़ी राज्यों में शुमार हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के साथ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हुई बारिश ने दिल्ली-एनसीआर के मौसम का मिजाज बदला, जिससे यहां पर जमकर बारिश हुई।
कूलर-एसी नहीं हुए चालू
जिस दिल्ली-एनसीआर में दशकों से मार्च के अंत कूलर और अप्रैल की शुरुआत में हर हाल में एयर कंडीशन चलना शुरू हो जाता है, लेकिन आलम यह है कि अब भी पंखे से ही गुजारा कर ले रहे हैं। इसके पीछे वजह है कि सुबह-शाम हल्की सर्दी का होना।
मार्च में बारिश ने भी तोड़ा रिकॉर्ड
मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के सफदरजंग स्थित मौसम केंद्र में मार्च में 109.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जिसने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। इस दौरान ओलावृष्टि भी हैरान करने वाली रही है। मार्च महीने में कम से कम दो बार तेज बारिश के ओले गिरे हैं, जो हैरान करने वाले हैं। इससे पहले फरवरी में ओले गिरते रहे हैं, लेकिन मार्च में इतना ज्यादा ओले गिरना मौसम विज्ञानियों के लिए हैरत पैदा कर रहा है।
मौसम विज्ञानियों ने इस गर्मी के सीजन में भीषण गर्मी होने की बात कही है। मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार गर्मी के मौसम में तापमान में 1 से लेकर 1.5 डिग्री सेल्सियस तक का इजाफा होगा।