Monsoon 2022: दिल्ली-एनसीआर में अब तक रुठा हुआ है मानसून, जारी हुआ निराश करने वाला डाटा
Monsoon 2022 दिल्ली-एनसीआर में तीन दिन की देरी से दस्तक देने वाला मानसून डेढ़ महीने बाद भी पूरी रंगत में नहीं आ सकता है। यही वजह है कि मौसम विभाग ने अब बारिश को लेकर बेहद निराश करने वाला डाटा पेश किया है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Monsoon 2022: दिल्ली-एनसीआर में कुल मिलाकर मानसून की दस्तक तो समय पर ही हुई, लेकिन इसका बाद लगातार डेढ़ महीने के बाद भी बेरुखी जारी है। दिल्ली-एनसीआर के लोगों का झमाझम बारिश का इंतजार बना हुआ है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, जुलाई महीने में सामान्य से अधिक बरसात के बाद अगस्त के 14 दिनों में हल्की-फुल्की बरसात ही हुई है। यह अलग बात है कि इस बार जुलाई महीने में गर्मी ने उतना परेशान नहीं किया, जितना पिछले कुछ सालों में लोगों को दिक्कत आई थी।
जुलाई में सामान्य से 37 प्रतिशत ज्यादा बारिश (Delhi NCR Monsoon 2022 Update )
मौसम विभाग के पास मौजूद आंकड़े बताते हैं कि सफदरजंग में अब तक सामान्य से 82 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है। दिल्ली में इस बार मानसून सामान्य से तीन दिन की देरी पर 30 जून को पहुंचा था। इस दिन अच्छी बरसात हुई थी। कुछ जगह तो 100 मिमी से ज्यादा वर्षा दर्ज की गई थी। जबकि, जुलाई में हल्की और मध्यम वर्षा के दो-तीन दौर आए, जिसके चलते जुलाई में सामान्य से 37 प्रतिशत ज्यादा वर्षा रिकार्ड की गई।
सामान्य से कम बारिश का असर पड़ेगा जलस्तर पर
वहीं, मानसूनी बारिश के हिसाब से देखें तो अगस्त का महीना अब तक सूखा ही नजर आता है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त के अब तक के दिनों में सामान्य तौर पर 110 मिमी बरसात होनी चाहिए थी। लेकिन, इसकी तुलना में सिर्फ 20.1 मिमी बारिश हुई है। जो सामान्य से 82 प्रतिशत कम है। सामान्य से कम बारिश का असर जलस्तर पर भी पड़ेगा।
अगले 5-6 दिनों में झमाझम बारिश के आसार कम
मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार-पांच दिनों के बीच भी दिल्ली में मध्यम या भारी वर्षा के आसार कम ही हैं। इस दौरान बूंदाबांदी या हल्की वर्षा होने की ही संभावना है। इसके चलते दिल्ली में बरसात के आंकड़े और भी कम होने के आसार हैं।
इस साल किस महीने में कितनी कम बरसात
- जनवरी 306 प्रतिशत ज्यादा
- फरवरी 65 प्रतिशत ज्यादा
- मार्च 100 प्रतिशत कम
- अप्रैल 98 प्रतिशत कम
- मई 142 प्रतिशत ज्यादा
- जून 67 प्रतिशत कम
- जुलाई 37 प्रतिशत ज्यादा
- अगस्त (14 तक) 82 प्रतिशत कम