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18 अक्टूबर के रेल रोको कार्यक्रम को लेकर अलर्ट जारी, रेलवे ट्रैक के आसपास बढ़ाई चौकसी

संयुक्त किसान मोर्चा की 18 अक्टूबर को रेल रोकने की घोषणा को लेकर रेलवे पुलिस अलर्ट पर है। रेलवे ट्रैक के आसपास जवानों की स्थायी तैनाती के साथ गश्त भी की जा रही है। आरपीएफ ने जीआरपी के अलावा सिविल पुलिस से भी समन्वय बना रखा है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 05:53 PM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 06:01 PM (IST)
18 अक्टूबर के रेल रोको कार्यक्रम को लेकर अलर्ट जारी, रेलवे ट्रैक के आसपास बढ़ाई चौकसी
संयुक्त किसान मोर्चा की 18 अक्टूबर को रेल रोकने की घोषणा को लेकर रेलवे पुलिस अलर्ट पर है।

नई दिल्ली / गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। संयुक्त किसान मोर्चा की 18 अक्टूबर को रेल रोकने की घोषणा को लेकर रेलवे पुलिस अलर्ट पर है। रेलवे ट्रैक के आसपास जवानों की स्थायी तैनाती के साथ गश्त भी की जा रही है। आरपीएफ ने जीआरपी के अलावा सिविल पुलिस से भी समन्वय बना रखा है। इसके अलावा खुफिया विभाग से मिलने इनपुट के आधार पर संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी की जा रही है।

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अधिकारियों ने मुजफ्फरनगर में डाला डेरा: रेलवे इंटेलिजेंस टीम ने इनपुट दिया है कि गाजियाबाद में दुहाई, मोदीनगर, मुरादनगर व लोनी संवेदनशील हैं। इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, गढ़मुक्तेश्वर, मुजफ्फरनगर में विशेष तौर पर प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर कब्जा कर ट्रेनों को रोकने की कोशिश कर सकते हैं। इन जगहों पर ट्रैक पर कब्जे की आशंका ज्यादा है।

आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त (एएससी) एनएम वशिष्ठ और सीओ जीआरपी गाजियाबाद सुदेश गुप्ता ने रविवार सुबह से ही डेरा डाल रखा है। आरपीएफ के दिल्ली डिवीजन के वरिष्ठ अधिकारी और एसपी जीआरपी मुरादाबाद अपर्णा गुप्ता अधिकारियों से पल-पल की खबर ले रही हैं।

इन जगहों पर की गई तैनाती: आरपीएफ इंस्पेक्टर पीकेजीए नायडू का कहना है कि आरपीएफ मुस्तैद है। रेलवे क्रासिंग और बिना चारदीवारी वाले स्थानों पर ट्रैक के आसपास आरपीएफ के साथ आरपीएसएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस से समन्वय कर जवानों की तैनाती की गई है। रविवार रात से ही गश्त शुरू कर दी जाएगी। गाजियाबाद में दुहाई, मोदीनगर, मुरादनगर व लोनी में विशेष निगरानी की जा रही है।

हर सूचना कर रहे साझा: रेलवे इंटेलिजेंस के इनपुट के साथ आइबी और प्रदेश की खुफिया इकाई के साथ स्थानीय एलआइयू भी सक्रिय है। चारों टीम एक-दूसरे के साथ समन्वय साधे हुए हैं। हर छोटी बड़ी सूचना एक दूसरे के साथ साझा कर रहे हैं। साथ ही इन सूचनाओं को स्थानीय स्तर से सत्यापन भी कराया जा रहा है।


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