Delhi Mayor: शैली ओबेरॉय को फिर मिल सकता है महापौर बनने का मौका, 31 मार्च को खत्म हो रहा है कार्यकाल
दिल्ली नगर निगम में महापौर चुनाव का मौका फिर से आने वाला है। 31 मार्च को महापौर डॉ. शैली ओबेराय का कार्यकाल खत्म होने वाला है। तय नियमों के अनुसार अप्रैल में फिर से महापौर-उप महापौर का चुनाव होगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली नगर निगम में महापौर चुनाव का मौका फिर से आने वाला है। 31 मार्च को महापौर डॉ. शैली ओबेराय का कार्यकाल खत्म होने वाला है। तय नियमों के अनुसार अप्रैल में फिर से महापौर-उप महापौर का चुनाव होगा। ऐसे में एक माह का ही मात्र कार्यकाल मिलने की वजह आम आदमी पार्टी (AAP) फिर से डा. शैली ओबेराय को मौका दे सकती है।
महापौर के साथ ही उप महापौर आले मोहम्मद इकबाल को भी फिर से यही मौका मिल सकता है। जबकि नेता सदन मुकेश गोयल भी अपने पद पर बने रह सकते हैं। नेता सदन का चयन चुनाव के माध्यम से नहीं होता है। सत्ताधारी प्रदेश नेतृत्व के पत्र के माध्यम से ही नेता सदन का पद मिल जाता है।
हर साल महापौर-महापौर का होता है चुनाव
दिल्ली नगर निगम में हर वर्ष महापौर-उप महापौर के साथ ही स्थायी समिति के सदस्यों और चुनाव होता है। नियम है कि अप्रैल माह में जो भी पहली बैठक होगी उसमें यह प्रक्रिया पूरी की जाती है। चूंकि डॉ. शैली ओबेराय को महापौर बनने के बाद बहुत ही कम समय मिला है। वह 22 फरवरी को महापौर निर्वाचित हुई थी।
एक सवा माह के कार्यकाल में डा. शैली ने लैंडफिल साइट से लेकर निगम के विभिन्न परियोजनाओं क निरीक्षण किया है। ऐसे में आम आदमी पार्टी उनके कार्य से संतुष्ठ हैं और कार्यकाल का कम समय मिलने की वजह से उन्हें फिर से महापौर पद का प्रत्याशी बनाएगी। डा. शैली के साथ ही उप महापौर पद भी आले मोहम्मद इकबाल को पुन: मौका मिल सकता है।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि डॉ. शैली ने सदन में हुए हंगामे को जिस प्रकार से संभाला और चुनाव की प्रक्रिया को पूरा कराया, वह पहली बार के पार्षद द्वारा कराए जाने के हिसाब से काफी सही था। चूंकि वह निगम की कार्यप्रणाली से काफी हद तक परिचित हो गई हैं। इसलिए उन्हें फिर ही मौका दिया जाना लगभग तय है।
शैली को ही तय करनी होगी बैठक की तारीख
दिल्ली नगर निगम में महापौर निर्वाचित होने के बाद सदन की बैठक बुलाना और तारीख तय करने का अधिकार महापौर के पास होता है। ऐसे में मार्च के आखिरी समय में या फिर अप्रैल माह की तीन तारीख को डा. शैली ओबेराय के पास फिर से चुनाव कराने की फाइल आ जाएगी।
इसमें उन्हें अप्रैल में होने वाली सदन की पहली बैठक बुलाने की तारीख तय करनी होगी। तय तारीख पर चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इससे पहले नामांकन की प्रक्रिया होगी। अगर, आम आदमी पार्टी(आप) फिर से डा. शैली को मौका देगी तो उन्हें फिर से नामांकन करना होगा।
स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव पर संशय
दिल्ली नगर निगम के स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव को लेकर संशय है। पहले ही छह सदस्यों के चुनाव का मामला हाईकोर्ट में लंबित है। नियमानुसार स्थायी समिति 50 प्रतिशत सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो जाता है। चूंकि अभी कार्यकाल ही शुरू नहीं हुआ है तो इस बार इन सदस्यों का चुनाव होगा या नहीं यह मामला अभी संशय के दायरे में हैं। निगम सचिव कार्यालय को इस संबंध में निर्णय लेना होगा। इसके आधार पर ही चुनाव की प्रक्रिया तय होगी।
भाजपा कर रही प्रत्याशी उतारने पर मंथन
भाजपा ने पिछली बार रेखा गुप्ता को महापौर प्रत्याशी बनाया था। वहीं, कमल बागंड़ी को उप महापौर पद का प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों की हार हुई थी। ऐसे में अप्रैल में होने वाले चुनाव में भाजपा महापौर व उप महापौर पद का प्रत्याशी उतारेगी या नहीं इस पर मंथन कर रही है। निगम द्वारा चुनाव की घोषण के बााद ही इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा।