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Fire in Mundka Delhi: नार्थ डीएमसी ने 10 बिंदुओं पर 48 घंटे में मांगी रिपोर्ट, बिना एनओसी के चलने वाली इकाइयों पर होगी कार्रवाई

उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने नरेला जोन अतिरिक्त आयुक्त से 48 घंटे में रिपोर्ट सौंपने को कहा है जिसमें उन बिंदुओं को दिया गया है जिसमें इमारत के मालिक से जवांब मांगने को कहा है। मुंडका अग्निकांड में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है।

By Geetarjun GautamEdited By: Published: Sat, 14 May 2022 05:32 PM (IST)Updated: Sat, 14 May 2022 05:32 PM (IST)
Fire in Mundka Delhi: नार्थ डीएमसी ने 10 बिंदुओं पर 48 घंटे में मांगी रिपोर्ट, बिना एनओसी के चलने वाली इकाइयों पर होगी कार्रवाई
नार्थ DMC ने इन बिंदुओं पर 48 घंटे में मांगी रिपोर्ट।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। आग लगने के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त संजय गोयल ने नरेला जोन के अतिरिक्त आयुक्त से 48 घंटे के अंदर एक रिपोर्ट को सौंपने के लिए कहा है, जिसमें इन मुख्य बिंदुओं के जवाब मांगे हैं।

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  • इमारत का जहां निर्माण हुआ है, वह कौन सा इलाक है, जैसे आवासीय, लाल डोरा, या कृषि क्षेत्र।
  • इमारत किस वर्ष में बनी थी।
  • इमारत की ऊंचाई कितनी है।
  • इमारत नई थी या पुरनी। या फिर निर्माण कार्य चल रहा था।
  • इमारत बनाने की स्वीकृति ली गई थी या नहीं। अगर नहीं तो इसका बारे में बताएं।
  • इमारत किस काम के लिए प्रयोग की जा रही थी।
  • इमारत के मालिक ने क्या अग्निशमक विभाग से एनओसी ली गई थी या नहीं।
  • इमारत के मालिक ने फैक्टरी लाइसेंस, ट्रेड लाइसेंस या फिर और किसी मकसद से लाइसेंस लिया था, या फिर नहीं लिया। अगर लाइसेंस लिया है तो उसकी जानकारी दो।
  • क्या पूर्व में ऐसी किसी गतिविधि का उल्लंघन करने पर इमारत के मालिक को कारण बताओ नोटिस दिया गया था।
  • कहीं, नगर निगम के किसी अधिकारी की ओर से कोई चूक तो नहीं हुई है।

एनओसी को लेकर सतर्क आयुक्त

उत्तर दिल्ली नगर निगम के आयुक्त संजय गोयल ने यह भी कहा है कि औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्र में बिना फायर एनओसी के चल रही इकाइयों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन इकाइयों ने लाइसेंस नहीं लिया है, उन्हें 15 दिनों में एनओसी प्राप्त करनी होगी। अगर ऐसा नहीं करते हैं, 15 दिन बाद कार्रवाई की जाएगी।

शुक्रवार शाम 4 बजे लगी आग

मुंडका इलाके के मेट्रो स्टेशन के पास चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में शुक्रवार को चार बजे आग लगी थी। लापता और घायल हुए लोगों के परिजन रात से ही अस्पताल के बाहर अपनों का इंतजार कर रहे हैं। ज्यादार शव इतने जल गए हैं, कि परिजन अपनों को नहीं पहचान पा रहे हैं। अस्पताल परिसर में मौजूद लोग अपने लापता जान-पहचान के लोगों के लौट आने का इंतजार कर रहे हैं।

हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई, जिनमें सात लोगों की पहचान हुई है। अभी तक 29 लोग लापता हैं, इनमें 24 महिलाएं व 5 पुरुष शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान तानिया भूषण, मोहिनी पाल, यशोदा देवी, रंजू देवी, विशाल मिथलेश, कैलाश ज्यानि और दृष्टि के रूप में हुई है।


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