Delhi Metro Lockdown 4.0: दिल्ली मेट्रो में सफर करने का प्लान कर रहे हैं तो जरूर पढ़ें यह खबर
Delhi Metro Lockdown 4.0 लॉकडाउन 4 के दौरान दिल्ली मेट्रो के संचालन की पूरी उम्मीद है लेकिन आम यात्रियों का शायद ही सफर का मौका मिले।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Metro Lockdown 4.0: दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) लॉकडाउन-4 में मेट्रो का परिचालन शुरू करने के लिए तैयार है। उसे केंद्र सरकार से स्वीकृति मिलने का इंतजार है। दिल्ली सरकार ने अपनी तरफ से मेट्रो का परिचालन शुरू करने की सिफारिश कर दी है। विशेष सेवा के रूप में मेट्रो चलाई जाएगी। इसके तहत एक सीट छोड़कर यात्रियों को बैठना होगा। यानी सीमित संख्या में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए लोगों को यात्रा की अनुमति दी जाएगी।
रेड जोन इलाकों में नहीं रुकेगी मेट्रो
डीएमआरसी ने दिल्ली सरकार से सिफारिश की है कि कोरोना प्रभावित व कंटेनमेंट (सील) जोन वाले इलाकों के स्टेशनों पर मेट्रो नहीं रुकेगी। यात्रा के दौरान टोकन के लिए कैश (नकद रुपये) नहीं लिए जाएंगे। स्मार्ट कार्ड या कैशलेस भुगतान से टिकट वेंडिंग मशीन (टीवीएम) मशीन से टोकन लिए जा सकेंगे। इस तरह मेट्रो कहां रुकेगी और कहां नहीं, परिचालन के लिए क्या दिशा-निर्देश होगा व सफर में यात्रियों को किन नियमों को पालन करना होगा यह सूचना डीएमआरसी केंद्र से परिचालन के लिए स्वीकृति मिलने के बाद जारी करेगा।
मेट्रो कोच व स्टेशनों पर चिपकाए गए स्टिकर
दिल्ली मेट्रो के नेटवर्क में 264 स्टेशन, करीब 330 मेट्रो व करीब 2200 कोच हैं। सभी स्टेशनों व कोच में स्टिकर चिपकाए जा रहे हैं। उस पर शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने का संदेश लिखा गया है। कोच में एक-एक सीट छोड़कर स्टिकर चिपकाए जा रहे हैं। ताकि यात्री उस सीट पर बैठने न पाएं। टीवीएम मशीन व ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) गेट के पास भी करीब एक मीटर के अंतराल पर लाइनें खींच दी गई हैं, ताकि यात्री टोकन लेने, स्मार्ट कार्ड रिचार्ज कराने व स्टेशन पर जाते वक्त शारीरिक दूरी के नियम का पालन कर सकें।
स्टेशनों पर कुछ ही गेट रहेंगे खुले
सामान्य तौर पर मेट्रो स्टेशनों पर चार से पांच गेट हैं। इनमें से दो-तीन गेट ही खुले रह सकते हैं। बताया जा रहा है कि यात्रियों के प्रवेश व निकास के लिए अलग-अलग गेट से व्यवस्था होगी। सभी स्टेशनों पर थर्मल स्कै¨नग होगी। बुखार व लक्षण होने पर मेट्रो में सफर नहीं करने दिया जाएगा। एक कोच में करीब 300 लोगों के बैठने की सीट होती है। अब नई व्यवस्था में 150 यात्री बैठ सकेंगे। किसी को बीच में खडे़ रहने की स्वीकृति नहीं होगी। इसके अलावा मेट्रो की फ्रिक्वेंसी बहुत कम रहेगी। वहीं इस पर भी विचार किया जा रहा है कि शाम सात बजे के बाद मेट्रो का परिचालन न हो।
सिर्फ जरूरी होने पर ही मेट्रो में सफर करने की अपील
परिचालन शुरू होने पर मेट्रो में यात्रियों से सबसे पहले यह अपील की जाएगी कि यदि आवश्यक न हों तो मेट्रो में सफर न करें। जरूरी हो तभी यात्रा करें। इसके अलावा मेट्रो में एसी का तापमान 24 से 28 डिग्री सेल्सियस रहेगा।