Delhi MCD Election: तीन सौ रुपये भत्ता करोड़ों में बढ़ गई पार्षदों की संपत्ति, पढ़िए निगम चुनाव की रोचक स्टोरी
चुनाव में जहां पार्षदों को प्रति बैठक का भत्ता मात्र 300 रुपये मिलता होउसमें 2017 के निगम चुनाव में पार्षद बने नेताओं की संपत्ति करोड़ों में बढ़ गई हैं।पार्षदों की संपत्ति और आय में वृद्धि एक या दो नहीं बल्कि 300 से लेकर सौ प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली नगर निगम चुनाव में जहां पार्षदों को प्रति बैठक का भत्ता मात्र 300 रुपये मिलता हो, उसमें 2017 के निगम चुनाव में पार्षद बने नेताओं की संपत्ति करोड़ों में बढ़ गई हैं। इतना ही नहीं इन पार्षदों की संपत्ति और आय में वृद्धि एक या दो नहीं बल्कि 300 से लेकर सौ प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई हैं। जिन पार्षदों की संपत्ति में बढ़ोत्तरी हुई है उसमें सर्वाधिक पार्षद भाजपा के हैं। वहीं, कांग्रेस से चुनाव लड़कर आम आदमी पार्टी(आप) में जाने वाले कई पार्षदों की संपत्ति और आय में बढोत्तरी हुई है। एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) ने उन 84 प्रत्याशियों के हलफनामे का आंकलन किया है जो 2017 में चुनाव जीते थे और 2022 में फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। एडीआर के मुताबिक भाजपा के 53 प्रत्याशी फिर से चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी संपत्ति में 49 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसी प्रकार आप के 22 प्रत्याशी फिर से चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी संपत्ति में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कांग्रेस के पांच प्रत्याशी फिर से चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी संपत्ति में 59 प्रतिशत की वृद्दि हुई है।
इतना मिलता है वेतन
दिल्ली नगर निगम चुनाव में आठ लाख रुपये तक खर्च की अधिकतम खर्च की सीमा है। यानि आठ लाख रुपये का खर्च करके पार्षद बनते हैं लेकिन पार्षदों को भत्ता तीन सौ रुपये प्रति बैठक मिलता है। जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर ही है। कई पार्षदों की शिकायत होती है कि जिन इलाकों से वह बैठक में हिस्सा लेने पहुंचते हैं उससे ज्यादा तो गाड़ी का पेट्रोल खर्च हो जाता है। दिल्ली नगर निगम एक्ट के अनुसार एक पार्षद को एक बैठक का तीन सौ रुपये भत्ता दिया जा सकता है जो कि एक माह में अधिकतम तीन हजार तक है। यानी दस मीटिंग से ज्यादा कोई भी पार्षद अगर उनमें हिस्सा लेता है तो उसका भत्ता नहीं मिलेगा।
मुख्य रूप से इन पांच प्रत्याशियों की संपत्ति में हुई बढ़ोत्तरी
- प्रत्याशी- वार्ड- दल -2017 में संपत्ति- 2022 में संपत्ति
- विनीत वोहरा, पश्चिम विहार, भाजपा- 9 करोड़- 37 करोड़
- नंदनी शर्मा, मालवीय नगर, भाजपा, 25 करोड़- 49 करोड़
- शिखा राय-ग्रेटर कैलाश,भाजपा- 6 करोड़- 12 करोड़
- इंद्रजीत सहरावत,महिपालपुर, भाजपा, 3 करोड़- 8करोड़
- पुनीत शर्मा, दरायपुर, भाजपा, 4 करोड़- सात करोड़
आप और कांग्रेस के इन प्रत्याशियों की भी बढ़ी संपत्ति
- प्रत्याशी- वार्ड- दल -2017 में संपत्ति- 2022 में संपत्ति
- अशोक कुमार-शकुरपुर-आप-46 लाख-3.18 करोड़
- ए प्रिया चंदेला- रजौरी गार्डन- आप -5.88 लाख-2.67 करोड़
- विकास गोयल-केशवपुरम-67 लाख-आप-1.80 करोड़
- मोहम्मद सादिक-बल्लीमारान- आप-1.06 करोड़-25 लाख
- गुड्डी देवी-मल्कागंज-आप -23 लाख -97 लाख
- आले मोहम्मद- चांदनी महल-आप-52लाख -85 लाख
- दर्शना- सिद्धार्थ नगर-कांग्रेस- 39 लाख-1.83 करोड़
- प्रेरणा सिंह-किशनगंज-कांग्रेस-36 लाख-57 लाख
दलवार पुन: चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की संपत्ति में वृृद्धि
- दल- पुन: चुनाव लड़ने वाले प्तत्याशी-2022 में संपत्ति- 2017 में संपत्ति- औसतन संपत्ति में वृद्धि
- भाजपा-53-5.81 करोड़-3.89 करोड़-1.91करोड़
- आप-22-1.63 करोड़-1.20 करोड़- 43 लाख
- कांग्रेस-5-2.96 करोड़-1.85 करोड़-1.10 करोड़
- निर्दलीय-4-2.17 करोड़-94.38 लाख-1.23 करोड़
इन तीन प्रमुख प्रत्याशियों की घटी संपत्ति
प्रत्याशी- वार्ड- दल -2017 में संपत्ति- 2022 में संपत्ति
सुनीता कांगड़ा- मादीपुर-भाजपा-24 लाख-11 लाख
शशी चानना-मंडावली-भाजपा-6.21करोड- 5.68 करोड़
नरेंद्र राणा-बिजवासन -आप-4.68 करोड़-1.14 करोड़