Delhi MCD Budget: तीन प्रयास के बावजूद दिल्ली को नहीं मिला मेयर, विशेष अधिकारी को ही पास करना होगा निगम का बजट
Delhi MCD Budget दरअसल 15 फरवरी तक नियमानुसार नगर निगम को सभी टैक्स शेड्यूल प्रकाशित करना होता है ऐसे में उससे पहले निगम महापौर की कोई तारीख न आने पर अश्वनी कुमार ही निगम का बजट पारित करेंगे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। एमसीडी का मेयर चुनने के लिए तीन प्रयास में भी सफलता न मिलने के बाद विशेष अधिकारी अश्वनी कुमार निगम का कामकाज देखते रहेंगे। चूंकि 15 फरवरी तक नियमानुसार निगम को सभी टैक्स शेड्यूल प्रकाशित करना होता है, ऐसे में उससे पहले निगम महापौर की कोई तारीख न आने पर अश्वनी कुमार ही निगम का बजट पारित करेंगे। इससे पहले विशेष अधिकारी ने एक फरवरी को निगम के बजट पर चर्चा की थी, लेकिन इसे पारित नहीं किया गया था।
आम आदमी पार्टी (आप) ने विशेष अधिकारी पर बजट पारित करने का आरोप लगाया था, जिसका निगम ने यह कहते हुए खंडन किया था कि चूंकि छह जनवरी को महापौर चुना जाना प्रस्तावित है, ऐसे में उसके बाद सदन ही इसे पारित करेगा। चूंकि बैठक फिर स्थगित हो गई है, इसलिए अब विशेष अधिकारी को ही इस पर निर्णय लेना होगा। एमसीडी एक्ट के अनुसार 10 दिसंबर से पहले स्थायी समिति की बैठक में निगमायुक्त को बजट पेश करना होता है।
अब 15 फरवरी से पहले बैठक होना मुश्किल
यही वजह है कि निगम चुनाव नतीजों के बाद आठ दिसंबर को निगमायुक्त ज्ञानेश भारती ने विशेष अधिकारी अश्वनी कुमार के समक्ष वित्त वर्ष 2022-23 का संशोधित बजट अनुमान और वित्त वर्ष 2023-24 का बजट अनुमान पेश किया था। माना जा रहा है कि चूंकि 15 फरवरी से पहले फिर से महापौर चुनाव के लिए बैठक होना मुश्किल है। ऐसे में विशेष अधिकारी को ही यह बजट पारित करना होगा, जिस पर वह इसी सप्ताह के अंत तक निर्णय ले सकते हैं।