नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली नगर निगम की गतिविधियों पर भाजपा को आड़े हाथ लिया है। साथ ही आरोपों की झड़ी भी लगाई है। मंगलवार को पत्रकार वार्ता कर उन्होंने कहा कि अगर भाजपा में हिम्मत है तो अपनी हार स्वीकार करें। अगर भाजपा नेता लोकतंत्र और संविधान में थोडा भी यकीन रखते है तो इस बात को स्वीकार करें कि दिल्ली कि जनता ने उन्हें हरा दिया है। और वो मेयर-डिप्टी मेयर का चुनाव होने दें।
उन्होंने कहा कि पहले तो हार के डर से भाजपा एमसीडी चुनावों को टालती रही उससे दूर भागती रही। जब चुनाव हुआ और जनता ने इन्हें हरा दिया तो अब ये मेयर के चुनाव से दूर भाग रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र का सम्मान करे।
दिल्ली की जनता ने किया भाजपा का सूपड़ा साफ
सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की जनता ने एमसीडी में भाजपा के 15 सालों के कुशासन से परेशान होकर उनका सूपड़ा साफ किया और आम आदमी पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया। लेकिन भाजपा नगर निगम को असंवैधानिक तरीके से अपने कंट्रोल में रखने के लिए लोकतंत्र और संविधान का गला घोंट रही है।
आप के पार्षदों ने शांति पूर्ण तरीके से भाग लिया
सिसोदिया ने कहा कि आप के पार्षदों ने सदन में शांतिपूर्ण तरीके से भाग लिया। सभी चाहते थे कि मेयर के चुनाव होने चाहिए। आप के सारे पार्षद शांतिपूर्ण तरीके से पूरी प्रक्रिया के दौरान बैठे रहे, लेकिन भाजपा ने जान बूझकर अपने पार्षदों से हंगामा करवाया। पहले 15 मिनट के लिए सदन को स्थगित करवाया और उसके बाद प्रोटेम आफिसर ने आकर अनिश्चित काल के लिए सदन स्थगित कर दिया।
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इससे साफ है कि भाजपा चुनाव से भाग रही है। भाजपा को जनता हरा चुकी है और उन्हें पता है कि जब आम आदमी पार्टी की मेयर दिल्ली में काम करेगी तो जो काम भाजपा 15 सालों से नहीं कर पाई वो तेजी से होने लगेंगे। इसीलिए भाजपा इन हरकतों पर उतर आई है। निगम को अपने कंट्रोल में रखने के लिए लोकतंत्र और संविधान का गला घोंट रही है।
क्या बोले राज्यसभा सांसद संजय सिंह?
वहीं आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि भाजपा मेयर का चुनाव हार रही थी। इसीलिए सदन स्थगित कर दिया। आप के पास 151 पार्षद, विधायक और सांसद का समर्थन है जबकि भाजपा के पास सिर्फ 111 पार्षद और सांसदों का समर्थन है। आप के पास भाजपा के मुकाबले 40 का संख्याबल ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने खतरनाक प्रयोग शुरू कर दिया है, अगर ये चुनाव नहीं जीतेंगे तो मेयर नहीं बनने देंगे। विधायक आतिशी ने कहा कि भाजपा हार गई तो क्या मेयर नहीं चुना जाएगा? दिल्ली की जनता को एमसीडी की सरकार चाहिए। उपराज्यपाल से अपील है कि नए मेयर के चुनाव का वक्त निर्धारित करने की फाइल पर तुरंत साइन करें।
विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा डरकर मेयर चुनाव से भाग रही है और अवैध तरीके से एमसीडी पर कब्जा करना चाहती है। भाजपा के नेता कह रहे हैं कि आप के पास नंबर नहीं हैं, हम मीडिया के सामने आप पार्षदों की हाजिरी कराएंगे।