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12 वर्षीय भतीजी की मौत ने बदल दी अजहरुद्दीन की जिंदगी, अब फ्री में सिखा रहे जूडो-कराटे

बच्चों को मिक्स मार्शल आर्ट जूडो-कराटे आदि सिखाए जाते हैं। प्रशिक्षण के बाद ये बच्चे राज्य राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 09 Sep 2020 02:48 PM (IST)Updated: Wed, 09 Sep 2020 03:11 PM (IST)
12 वर्षीय भतीजी की मौत ने बदल दी अजहरुद्दीन की जिंदगी, अब फ्री में सिखा रहे जूडो-कराटे
12 वर्षीय भतीजी की मौत ने बदल दी अजहरुद्दीन की जिंदगी, अब फ्री में सिखा रहे जूडो-कराटे

नई दिल्ली [रितु राणा]। 'कोई बच्ची किसी के आगे कमजोर न पड़े' इसी विचार से अजहरुद्दीन श्रीराम कॉलोनी स्थित एमटी पैंथर्स अकादमी में निशुल्क आत्मरक्षा प्रशिक्षण दे रहे हैं। 2007 से ही मनोज तिवारी (एमटी) पैंथर्स अकादमी जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे रही है। प्रशिक्षक अजहरुद्दीन ने बताया कि वह यहां सभी बच्चों को निशुल्क आत्मरक्षा प्रशिक्षण देते हैं। कोरोना काल में भी वह सभी सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए बच्चों को प्रशिक्षण देते हैं। उन्होंने कहा कि जब कम बच्चे होते हैं तो वह केंद्र में ही सिखाते हैं, वहीं जब बच्चों की संख्या ज्यादा होती है तो वह सभी बच्चों को यमुना खादर के पास ले जाते हैं। मास्क व शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए बच्चों को प्रशिक्षण लेते हैं।

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अकादमी के अध्यक्ष डॉ. अनिल गुप्ता ने बताया कि अकादमी के संरक्षक सांसद मनोज तिवारी हैं। उनके प्रोत्साहन से यहां के बच्चे विभिन्न राज्यों में जाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो यहां लड़के भी आते हैं, लेकिन यह प्रशिक्षण खासतौर पर लड़कियों के लिए है। यहां बच्चों को मिक्स मार्शल आर्ट, जूडो-कराटे आदि सिखाए जाते हैं। प्रशिक्षण के बाद ये बच्चे राज्य, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं।

एमटी पैंथर्स की छात्राओं को अक्षय कुमार ने पहनाया गोल्ड मेडल

अक्टूबर 2019 में आयोजित इंटरनेशनल जूडो चैंपियनशिप में अकादमी की दो छात्राओं ने गोल्ड मेडल जीता। यह प्रतियोगिता गुजरात के सूरत में आयोजित हुई, जहां अनम व शाहीन नाम की छात्राओं ने प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिन्हें खुद अक्षय कुमार ने मेडल पहनाया। यहां के बच्चे दा इंडियाज गॉट टैलेंट आदि कई टीवी शो में भी भाग ले चुके हैं। मुंबई में 2017 में जूडो वर्ल्ड कप में यहां के बच्चों ने पांच मेडल भी जीते।

एक हादसे ने बदल दिया जीवन का लक्ष्य

अजहरुद्दीन ने बताया कि इन सभी बच्चों को निशुल्क प्रशिक्षण देने के पीछे उनका उद्देश्य है कि ये सभी शरीर व मस्तिष्क से मजबूत बनें और किसी भी विषम परिस्थिति में कमजोर न पड़ें। उन्होंने बताया कि वर्ष 2007 में खजूरी के एक सरकारी स्कूल में एक हादसा हुआ, जिसमें उन्होंने अपनी 12 वर्षीय भतीजी को खो दिया था। कुछ बदमाश लड़कों ने स्कूल में घुसकर छात्राओं से छेड़छाड़ की, इस दौरान उन लड़कियों ने स्कूल की छत से छलांग लगा दी थी। जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई और उनकी भतीजी बहुत छोटी थी वह गिर गई और भीड़ में कुचलने से उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद से उन्होंने प्रण ले लिया था कि वह अब बच्चियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाकर उन्हें मजबूत बनाएंगे। अजहरुद्दीन ने कहा कि आज लड़कियों को भी अपने शरीर को मजबूत बनाना और खुद को अलर्ट रखना बहुत जरूरी है और उतना ही जरूरी है आत्मरक्षा की कला में निपुण होना।

अब बच्चे सिविल डिफेंस की टीम की कर रहे मदद

एमटी पैंथर्स अकादमी से करीब 100 छात्र-छात्राएं निशुल्क प्रशिक्षण ले रहे हैं। यह सभी प्रशिक्षण लेने के साथ-साथ दूसरे बच्चों को भी आत्मरक्षा के गुर सिखाते भी हैं। यहां श्रीराम कॉलोनी के अलावा खजूरी, शाहदरा, करावल नगर, नांगलोई, बुराड़ी आदि क्षेत्रों से भी बच्चे प्रशिक्षण लेने आते हैं। यहां के बच्चे कोरोना काल में सिविल डिफेंस की टीम के साथ मिलकर राजीव विहार स्थित समुदाय भवन में कोरोना टेस्टिंग सेंटर में निशुल्क सेवा दे रहे हैं। वहीं, कोरोना काल में भी बच्चों ने सिविल डिफेंस के साथ मिलकर लोगों को मास्क व शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए जागरूक किया।

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