Delhi Lockdown 4.0: दिल्ली में बस-ऑटों के साथ काम धंधों ने भी भरी रफ्तार
Delhi Lockdown 4.0 मंगलवार को दिल्ली की सड़कों पर अजब नजारा दिखा लोग फीजिकल डिस्टेंसिंग नियम को ही भूल गए।
नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली में मंगलवार सुबह से कई तरह की छूट के साथ तमाम गतिविधियां शुरू हो गई हैं। ऑटो-टैक्सी के साथ दिल्ली परिवहन निगम के अंतर्गत आने वाली बसों को संचालन भी शुरू हो गया है। नियमों के तहत सिर्फ 20 यात्रियों के साथ डीटीसी बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं।
Delhi Lockdown 4.0:
- लॉकडाउन-4 की शुरुआत के दूसरे दिन मंगलवार को कई तरह की छूट के साथ दिल्ली वालों की शुरुआत हुई। छूट के तहत लोग भी कामकाज के सिलसिले में सड़कों पर नजर आए, लेकिन इस दौरान नियमों की धज्जियां भी जमकर उड़ाई जा रही हैं।
- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कई तरह की छूट के साथ यह भी कहा था कि मोटरसाइकिल पर दूसरी सवारी नहीं होगी, ई-रिक्शा और ऑटो पर एक ही सवारी बैठेगी। वहीं, मंगलवार को इसके उलट लॉकडाउन -4 के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं।
दिल्ली की सड़कों पर ई-रिक्शा में कई सवारियां नजर आ रही हैं, जबकि एक ही सवारी को बैठाने की इजाजत दी गई है। वहीं, मोटरसाइकिल पर 2 लोग यात्रा कर रहे हैं। यह नजारा दिल्ली में आम है।
बता दें कि दिल्ली में ऑटो-टैक्सी, प्राइवेट कैब, ई रिक्शा को संचालन की इजाजत दी है, लेकिन सिर्फ एक सवारी को बैठाने की शर्त के साथ। एक यात्री ऑटो में, दो यात्री कार में और 20 यात्री बस में, जबकि मोटरसाइकिल पर एक ही सवारी होगा।
बता दें कि कोरोना संकट के चलते 25 मार्च से घरों में कैद राजधानी के लोगों को लॉक डाउन के चौथे चरण में कई सहूलियतें मिलने जा रही हैं। इसमें आवागमन को सुगम बनाने के साथ ही अर्थ व्यवस्था के पहिये को भी धीरे-धीरे घुमाने का प्रयास किया गया है। हालांकि, यह सुविधाएं रेड जोन के लोगों को नहीं मिलेंगी। वहीं अन्य लोगों को भी सैनिटाइजर, मास्क और शारीरिक दूरी के नियमों को कड़ाई से पालन करना होगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को डिजिटल प्रेस कान्फ्रेंस में यह घोषणा की है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने सभी तरह के प्रबंध किए हैं। अब आर्थिक गतिविधियों को भी धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लाने का निर्णय लिया गया है। करीब 56 दिन दिल्ली में सबकुछ बंद पड़ा है, इस दौरान लोगों ने कोरोना से जंग के लिए कड़ी तपस्या की है।