Delhi Lockdown 4.0: अगले कुछ दिनों में दिल्ली के 950 से अधिक बाजारों में लौट सकती है रौनक
Delhi Lockdown 4.0 दिल्ली सरकार कुछ प्रावधानों व ऐहतियात के साथ बाजारों को खोलने की अनुमति दे सकती है। इसके बाद यहां पर चहल-पहल देखने को मिलेगी।
नई दिल्ली, जागरण संवदादाता। Delhi Lockdown 4.0: लॉकडाउन का यह चौथा चरण व्यापारियों के लिए राहत लेकर आया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के जारी दिशा-निर्देशों में बाजार खोलने का विषय राज्यों के ऊपर छोड़ दिया गया है। दिल्ली सरकार ने 18 मई से शुरू होने वाले चौथे चरण के लिए गृह मंत्रालय को जो सिफारिश भेजी थी, उसमें उसने बाजारों को खोलने की पेशकश की थी, ताकि आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जा सके। इसके पहले दिल्ली सरकार ने जब व्यापारियों से इस संबंध में राय मांगी थी तो अधिकतर कारोबारी संगठनों ने बाजारों में आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने की जरूरत बताई थी, क्योंकि वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर अनिश्चितता है। यह लड़ाई कब तक चलेगी, सरकार को भी नहीं पता है, इसलिए सरकार को भी कहना पड़ा है कि हमें कोरोना के साथ जीना पड़ेगा। वैसे एनडीएमए के दिशा-निर्देशों पर दिल्ली सरकार जल्द फैसला लेगी। माना यहीं जा रहा है कि दिल्ली सरकार कुछ प्रावधानों व ऐहतियात के साथ बाजारों को खोलने की अनुमति दे सकती है।
सरकार के सूत्रों ने कहा कि हो सकता है इसपर सोमवार को ही दिल्ली सरकार का दिशा-निर्देश आ जाएं। ऐसे में दिल्ली के 950 से अधिक बाजारों में कुछ दिनों में चहल-पहल लौट सकती है। गत दिनों मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल ने इवेन-ऑड फार्मूले पर बाजार खोलने के संकेत दिए हैं। उन्होंने बताया था इसे लेकर अधिकतर कारोबारी संगठन एकमत है। मतलब नंबर के आधार पर दुकानों को खोलने की मंजूरी होगी। हालांकि, खुदरा बाजार वाले यह चाह रहे हैं कि उन्हें प्रतिदिन बाजार खोलने की अनुमति मिले। इवेन-ऑड की व्यवस्था थोक बाजारों में ही लागू हो। वैसे, बाजार खुलते हैं तो भी दुकानों से कारोबारी गतिविधियों को कुछ दिन लग सकते हैं। कारण कि बाजारों को नए सिरे से सैनिटाइज करने के साथ 50 से अधिक दिनों से बंद बाजारों में साफ-सफाई और रंग-रोगन भी कराना पड़ सकता है। इसके साथ ही दुकानदारों को पर्याप्त मात्रा में ग्लब्स और मॉस्क के साथ कोरोना से बचाव के अन्य इंतजाम करने पड़ेंगे।
खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिशन के अध्यक्ष संजीव मेहरा व आटोमोटिव पार्ट्स मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष विष्णु भार्गव ने केंद्र सरकार के बाजार खोलने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हमारी मांग को सरकार ने मांगी है। अब देखना यह होगा कि दिल्ली सरकार इसे किस तरह लागू करती है।
बाजारों ने बचाव इंतजामों का खांका तैयार करना किया शुरू
केंद्र सरकार की ओर से तीसरे चरण के लागू करते समय ही बाजारों को थोड़ा-थोड़ा ढील देने के संकेत मिले थे। यहीं कारण है चौथे चरण के शुरुआत से पहले ही बाजारों को सैनिटाइजेशन का काम शुरू हो गया है। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल, कैमिकल मर्चेंट एसोसिएशन, तिलक बाजार, सदर बाजार, बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन द्वारा खुद ही बाजारों को सैनिटाइज करने का काम शुरू कर दिया गया है। व्यापारी इस स्थिति के लिए भी तैयार हो रहे हैं कि इस मामले में उन्हें खुद ही कमर कसनी होगी। बचाव के इंतजाम उन्हें खुद से करने होंगे। ज्वैलरी बाजार कूचा महाजनी ने तो बाजार में बचाव के इंतजामों का खांका भी तैयार करना शुरू कर दिया है। इसके लिए उसने कोरोना वारियर्स सफाई कर्मचारियों की पूरे दिन तैनाती के साथ बाजार में प्रवेश और निकासी के अलग-अलग गेट पर भी विचार विमर्श चल रहा है। फिलहाल बाजार में एक ही गेट से प्रवेश व निकास होता है।
महामारी को लेकर कुछ बाजारों में झिझक
महामारी के बढ़ते प्रकोप के कारण कुछ बाजारों में झिझक की स्थिति है। बाजार संगठनों को डर है कि अगर बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच बाजारों को खोल दिया गया तो महामारी का प्रकोप बढ़ जाएगा। इस बारे में दिल्ली व्यापार महासंघ के अध्यक्ष देवराज बवेजा ने कहा कि यह फैसला ठीक नहीं होगा, क्योंकि पहले लोगों की जान सर्वोपरि है। भीड़भाड़ की स्थिति में बाजार में शारीरिक दूरी के नियम को पालन कराना मुश्किल होगा। इसी तरह लोगों में अगर विश्वास नहीं होगा तब तक वह बाजार में नहीं आएंगे। बाजार में जो आने की सोचेगा भी उसे सार्वजनिक वाहनों की सुविधा व मेट्रो बिना बाजार में आने में परेशानी होगी।
बृजेश गोयल (संयोजक, आम आदमी पार्टी ट्रेड विंग) के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार को जो प्रस्ताव भेजे थे, उसको केंद्र सरकार ने माना है। उस प्रस्ताव के आधार पर आजकल में बाजार खुल जाएंगे। इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश तैयार हो रहे हैं।