जी-20 की तैयारियों का जायजा लेने के लिए नौ घंटे में 29 किमी पैदल चले एलजी, दिल्ली में 20 जगहों पर परखी तैयारी
दो जनवरी को उच्च स्तरीय बैठक लेने के करीब एक माह बाद एलजी वीके सक्सेना शनिवार को जी-20 की तैयारियों का जायजा लेने के लिए एलजी वीके सक्सेना ने तूफानी दौरे किए। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों संग 20 किमी पैदल चल कर 18 से 20 जगहों का मुआयना किया।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दो जनवरी को उच्च स्तरीय बैठक लेने के करीब एक माह बाद एलजी वीके सक्सेना शनिवार को जी-20 के मद्देनजर चल रही तैयारियों का जायजा लेने सड़क पर उतरे। सुबह से शाम तक के इस तूफानी दौरे में उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों संग करीब 20 किमी पैदल चल कर 18 से 20 जगहों का मुआयना किया और यथावश्यक दिशा- निर्देश भी जारी किए।
जानें कहां-कहां पहुंचे एलजी
एलजी ने अपने इस दौरे की शुरुआत सुबह लगभग साढ़े 10 बजे की। सबसे पहले उन्होंने आइएसबीटी, हनुमान मंदिर, सलीमगढ़ किला, लाल किला, यमुना के साथ बाहरी रिंग रोड और समाधि खंड से शुरू होने वाले क्षेत्रों का दौरा किया। एलजी ने पैदल चलकर ही यहां जारी कार्यों का निरीक्षण किया और हनुमान मंदिर के आसपास, हनुमान सेतु फ्लाईओवर के नीचे के क्षेत्रों में भीड़ कम करने और सफाई के लिए विशेष निर्देश जारी किए।
एएसआइ को सलीमगढ़ किले की दीवारों और इसे लाल किले से जोड़ने वाले पुल की गहरी सफाई और मरम्मत करने के लिए कहा गया। इसी तरह रेलवे को सलीमगढ़ किले के बगल में रेलवे ओवरब्रिज की मरम्मत और नवीनीकरण करने के लिए निर्देश दिए गए।
सलीमगढ़ किले के आसपास के स्थान पर एक फूड स्ट्रीट विकसित करने की योजना पर भी साइट पर चर्चा की गई और जल्द से जल्द ऐसा करने का निर्णय लिया गया।
फुटपाथों और सेंट्रल वर्ज की सफाई, मरम्मत एवं हरियाली पर जोर देने के अलावा, जिसे एलजी लगातार उठाते रहे हैं, उन्होंने संबंधित भूमि/सड़क की मालिकाना एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि यमुना के पास बाहरी रिंग रोड के साथ और उसके आसपास हरित स्थान बनाए जाएं। इस क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त भी किया जाए।
इसके बाद एलजी ने आइटीपीओ परिसर, मथुरा रोड और भैरों मार्ग पर, जहां शिखर बैठक होने की उम्मीद है, ट्रैफिक पुलिस व पीडब्ल्यूडी द्वारा उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की। उनका कहना था कि इस परिसर में इंडिया गेट और भगवान दास रोड से निर्बाध निकास तथा प्रवेश सुनिश्चित करना होगा।
भैरों मार्ग की ओर पुराना किला से सटे एक खुले नाले की सफाई करने एवं एएसआई द्वारा इस किले की प्रकाश व्यवस्था और मरम्मत की समीक्षा करने का निर्देश भी दिया गया।
कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया, कुतुब मीनार और महरौली पुरातत्व पार्क का भ्रमण करते हुए, एलजी ने अव्यवस्था, भीड़भाड़, उपेक्षा, अस्वच्छ सड़कों, फुटपाथों और फुटपाथों की सामान्य स्थिति पर नाराजगी और निराशा व्यक्त की।
कुतुब मीनार के एप्रोच रोड के चक्कर में, एलजी ने ट्रैफिक पुलिस से कहा कि वह इस क्षेत्र को ''वन वे'' बनाने की संभावना का तत्काल पता लगाएं, ताकि क्षेत्र को खराब करने वाले ट्रैफिक जाम को खत्म किया जा सके।
महरौली पुरातत्व पार्क और कुतुब मीनार परिसर को निर्बाध रूप से आपस में जोड़ने का निर्णय लिया गया ताकि पूरे क्षेत्र को एक हेरिटेज वाक के रूप में विकसित किया जा सके। क्षेत्र में एक बावली जो गाद और कचरे के जमा होने से अस्तित्वहीन हो गई है, को साफ करने का निर्देश भी दिया गया। डीडीए के तहत दिल्ली अर्बन हेरिटेज फाउंडेशन के साथ एएसआइ मिशन मोड में इसे लागू करने के लिए मिलकर काम करेगा। वे कुतुब परिसर में ऐतिहासिक कुली खान मजार व कमाली-जमाली मस्जिद की सफाई, मरम्मत एवं नवीनीकरण भी सुनिश्चित करेंगे।
सक्सेना ने रिंग रोड पर हयात होटल, अफ्रीका एवेन्यू पर लीला होटल, एसपी मार्ग पर ताज होटल और दिल्ली हाट-आईएनए मार्केट के आसपास के इलाकों और सड़कों का भी दौरा किया। वहां किए जा रहे कायाकल्प और नवीनीकरण कार्यों का जायजा लिया।
एलजी के साथ मौजूद डीडीए के प्रमुख
एलजी के साथ इस दौरे में मुख्य सचिव सहित डीडीए, एनडीएमसी, एमसीडी, पीडब्ल्यूडी एवं एएसआइ सहित सभी हितधारक विभागों/ एजेंसियों पुलिस, परिवहन, पर्यटन, डीटीटीडीसी और रेलवे आदि के प्रमुख भी थे। ये सभी एजेंसियां सड़कों, फ्लाईओवरों, विरासत स्थलों, बाजारों और होटलों आदि की सफाई, मरम्मत, रखरखाव, मरम्मत और मरम्मत का व्यापक काम कर रही हैं। आने वाले दिनों में एलजी इसी तरह के और भी दौरे करेंगे ताकि सभी कार्यों को यथोचित समय पर पूरा करना सुनिश्चित किया जा सके।
यह भी पढ़ें- Delhi Politics: मनीष सिसोदिया का एलजी पर हमला, कहा- बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न करें