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उपलब्धि: लंदन से भी ज्‍यादा सुरक्षित होगी आपकी दिल्‍ली, बनने जा रहा अनोखा विश्व रिकार्ड

CCTV camera दिल्ली दुनिया का पहला शहर है जहां इतनी बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे सरकारी तौर पर लगाए जा रहे हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 07:59 AM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 08:34 AM (IST)
उपलब्धि: लंदन से भी ज्‍यादा सुरक्षित होगी आपकी दिल्‍ली, बनने जा रहा अनोखा विश्व रिकार्ड
उपलब्धि: लंदन से भी ज्‍यादा सुरक्षित होगी आपकी दिल्‍ली, बनने जा रहा अनोखा विश्व रिकार्ड

नई दिल्ली, जेएनएन। CCTV Camera: लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि दिल्ली दुनिया का पहला शहर है जहां इतनी बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे सरकारी तौर पर लगाए जा रहे हैं। इससे पहले लंदन में सरकारी तौर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, मगर उनकी संख्या बहुत कम है, वह भी कई साल में लगाए गए। जैन दिल्ली विधानसभा में सरकार की सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की योजना पर सत्ता पक्ष द्वारा कराई गई चर्चा पर बोल रहे थे।

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पूरी राजधानी में 2.80 लाख कैमरे लग रहे
जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पूरी राजधानी में 2.80 लाख सीसीटीवी कैमरे लगवाने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। पहले फेज में 1.40 लाख सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं और सोमवार को दूसरे फेज में अतिरिक्त 1.40 लाख सीसीटीवी कैमरों के लिए सरकार ने निविदा जारी कर दी है।

एक साल में लगेंगे सभी कैमरे
निविदा जारी होने के एक साल के भीतर सभी कैमरे लग जाएंगे। इसके बाद पूरी दुनिया में पहली बार किसी शहर पर इतने बड़े पैमाने पर सीसीटीवी से नजर रखी जा सकेगी। चर्चा में हिस्सा लेते हुए मंत्री जैन ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे में लगने वाली बिजली का खर्च दिल्ली सरकार देगी। फिलहाल जिस तरह के कैमरे लगाए जा रहे हैं, उसमें एक कैमरे में प्रतिमाह 6 यूनिट बिजली खर्च होगी। वहीं, सीसीटीवी के एक पैनल पर 20 यूनिट का खर्चा आएगा। एक पैनल से चार सीसीटीवी कैमरे जुड़े होंगे।

सरकार ने 50 यूनिट तक का दिया है डिस्‍काउंट
इस लिहाज से महीने में कुल 44 यूनिट बिजली का खर्च आएगा। सरकार ने 50 यूनिट तक के लिए डिस्काउंट दिया है। सत्येंद्र जैन ने बताया कि अत्याधुनिक तकनीक के एचडी कैमरों की रिकार्डिग एक महीने तक सुरक्षित रखी जा सकेगी। वहीं 50 मीटर के दायरे की तस्वीरें साफ-सुथरी होंगी। वाई-फाई से युक्त सारे कैमरे वायरलेस हैं। अगर किसी कैमरे में कोई खराबी आती है तो तुरंत इसकी सूचना दिल्ली पुलिस के साथ पीडब्ल्यूडी, लगाने वाली कंपनी व आरडब्ल्यूए के पास चली जाएगी। कंपनी पांच साल तक कैमरों को रखरखाव करेगी।

सिसोदिया ने कहा - छोटे-छोटे अपराधों में आ रही कमी

मनीष सिसोदिया ने सदन में बताया कि सीसीटीवी कैमरों को आम दिल्लीवाले अपनी सुरक्षा के लिए बेहतर कदम मान रहे हैं। अपना अनुभव साझा करते हुए सिसोदिया ने कहा कि वह जहां-जहां इस बारे में बात करते हैं, वहां के लोगों का मानना है कि बड़े ही नहीं, छोटे-छोटे अपराधों में भी इससे कमी आई है। एक उदाहरण देते हुए सिसोदिया ने बताया कि अभी एक मंदिर कमेटी की तरफ से बताया गया कि कैमरे लगने से ऐसा पहली बार हुआ कि जन्माष्टमी के दौरान उनके मंदिर में चप्पल चोरी नहीं हुई। जिन स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लग गए हैं उनके बच्चे बताते हैं कि अब उनकी पेंसिल गुम नहीं होती है। उन्होंने कहा कि इलाकों में तैनात पुलिस वाले भी कैमरों को लेकर खुश हैं।

विधायकों ने दिया सरकार को धन्यवाद
अल्पकालिक चर्चा की शुरुआत करते हुए विधायक जरनैल सिंह ने दिल्ली सरकार को इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए बधाई दी। साथ ही उम्मीद जताई कि कैमरों के लगने से दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता होगी। दूसरे विधायकों में अखिलेश पति त्रिपाठी, मदन लाल, भावना गौड़, सोमनाथ भारती आदि ने भी अपने विचार रखे।

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