दिल्ली हाई कोर्ट ने लगाई फटकार, कहा- किसी के घर-दफ्तर में धरने पर नहीं बैठ सकते
हाई कोर्ट ने बगैर इजाजत धरने पर सवाल खड़े किए और पूछा कि इसके लिए किससे इजाजत ली गई? क्या एलजी ने इसकी इजाजत दी थी? आप किसी के घर या दफ्तर में जाकर धरना नहीं दे सकते।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल के दफ्तर में आठ दिन से धरने पर बैठे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाई कोर्ट ने जमकर फटकारा। सोमवार को हाई कोर्ट ने बगैर इजाजत धरने पर सवाल खड़े किए और पूछा कि इसके लिए किससे इजाजत ली गई? क्या एलजी ने इसकी इजाजत दी थी? आप किसी के घर या दफ्तर में जाकर धरना नहीं दे सकते।
ये धरना है या हड़ताल
एलजी दफ्तर में आठ दिन से डेरा जमाए बैठे 'आप' सरकार के वकील से हाई कोर्ट ने पूछा, 'समझ नहीं पा रहे हैं कि ये धरना है या हड़ताल। इसकी इजाजत किसने दी थी? आप सरकार के इस कदम को धरना नहीं कह सकते। हड़ताल या धरना किसी के घर या दफ्तर के बाहर होता है, अंदर नहीं। इस मसले का हल निकालना जरूरी है।' यह तल्ख टिप्पणी जस्टिस एके चावला और जस्टिस नवीन चावला की पीठ ने की। वे उन दो याचिकाओं की सुनवाई कर रहे थे, जिनमें से एक केजरीवाल व अन्य के धरना-प्रदर्शन और दूसरी आइएएस अफसरों की कथित हड़ताल के खिलाफ है। गौरतलब है कि केजरीवाल अपने मंत्रियों के साथ 11 जून से एलजी के दफ्तर में धरने पर बैठे हैं।
निजी हैसियत से धरना: नंद्राजोग
कोर्ट के सवालों पर 'आप' सरकार के वकील सुधीर नंद्राजोग ने कहा कि केजरीवाल व उनके सहयोगियों ने निजी तौर पर यह फैसला लिया है। निजी हैसियत से उन्हें विरोध प्रदर्शन का संवैधानिक अधिकार हासिल है। कोर्ट इस मामले में सिर्फ एक दिशा-निर्देश आइएएस अफसरों को दे सकती है कि वे मंत्रियों द्वारा ली जा रही विभागीय बैठकों में शामिल हों।
दफ्तर खाली कराएं: केंद्र
उधर, सुनवाई के दौरान केंद्र के वकीलों ने कहा कि कोई भी आइएएस अफसर हड़ताल पर नहीं है। उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि वह एलजी का दफ्तर खाली कराएं। कोर्ट ने इस मामले में आइएएस एसोसिएशन को भी पार्टी बनाया है। भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता, प्रवेश वर्मा, कपिल मिश्रा ने भी हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। हाई कोर्ट ने इस याचिका को इस मामले के साथ जोड़ लिया है और सारी याचिकाओं पर सुनवाई 22 जून को होगी।
सिसोदिया की तबीयत बिगड़ी
एलजी दफ्तर में अनशन दे रहे मंत्री सत्येंद्र जैन की रविवार रात तबीयत बिगड़ गई थी, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत में सुधार है। वहीं, सोमवार दोपहर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की तबीयत खराब हो गई। उन्हें भी दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लगातार अनशन के कारण उनकी यूरिन में किटोन लेवल बढ़ गया है और शरीर में शुगर लेवल घट गया।
पीएम ने आंखें बंद कीं: राहुल
दिल्ली में चल रहे सियासी संकट को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के ड्रामे से जनता पीड़ित है। इस अराजकता पर पीएम ने आंखें बंद कर रखी हैं। उन्होंने इस संकट के लिए 'आप' नेता और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी जिम्मेदार ठहराया है।