Two Leaves symbol Bribe Case: दिनाकरन के खिलाफ चल रहे मुकदमे पर 20 अप्रैल तक रोक
रिश्वत देने के आरोप में घिरे दिनाकरन को हाई कोर्ट ने राहत देते हुए पटियाला हाउस कोर्ट में चल रहे मुकदमे पर रोक को 20 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। अन्नाद्रमुक(AIADMK) का चुनाव चिह्न 'दो पत्ती' हासिल करने के लिए रिश्वत देने के आरोप में घिरे टीटीवी दिनाकरन को दिल्ली हाई कोर्ट ने राहत देते हुए पटियाला हाउस कोर्ट में चल रहे मुकदमे पर रोक को 20 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी है। दिनाकरन की याचिका पर अब अगली सुनवाई 20 अप्रैल को होगी।
अब इस मामले में दिनाकरन के खिलाफ दिल्ली पुलिस अगले आदेश तक कोई कार्रवाई नहीं कर सकेगी। होली से पहले दिनाकरन के लिए यह बड़ी राहत मानी जा रही है।
इससे पहले आरोप पत्र को चुनौती देने वाली दिनाकरन की याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति सुशील गौर ने उनके खिलाफ चल रहे मुकदमे पर फिलहाल रोक लगा दी थी। दिनाकरन को अंतरिम राहत देते हुए पीठ ने दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा था।
अधिवक्ता अरविंद निगम और नवीन मल्होत्रा के माध्यम से दायर याचिका में दिनाकरन ने रिश्वतखोरी के मामले में चार दिसंबर 2018 के निचली अदालत के आदेश को रद करने की मांग की है। पटियाला हाउस कोर्ट ने दिनाकरन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश रचना), 201 (साक्ष्यों को नष्ट करना) व भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत आरोप तय किए हैं। उन पर दो पत्ती वाला चुनाव चिन्ह हासिल करने के लिए चुनाव आयोग के अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप है।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने 2017 में एक आरोप पत्र दाखिल किया था। इसमें कहा गया था कि चंद्रशेखर ने दिनाकरन और अन्य के साथ शशिकला की अगुवाई वाले अन्नाद्रमुक के धड़े के लिए दो पत्ती वाला चुनाव चिन्ह हासिल करने के लिए चुनाव आयोग के अधिकारियों को रिश्वत देने की साजिश रची थी।
बता दें कि एआईएडीएमके से बाहर किए गए नेता और आरके नगर से निर्दलीय विधायक टीटीवी दिनाकरन ने हाल ही में नई पार्टी 'अम्मा मक्कल मुनेंत्रा काजगम' बनाई थी। पार्टी को चुनाव आयोग की तरफ से फिलहाल प्रेशर कुकर का निशान दिया गया था लेकिन दिनाकरन चाहते हैं कि चुनाव आयोग दो पत्ती चुनाव चिह्न उनकी पार्टी को आवंटित करें। चुनाव चिह्न दो पत्ती पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री इके पलानीस्वामी के नेतृत्व वाला गुट और टीटीवी दिनाकरण के नेतृत्व वाला प्रतिद्वंद्वी गुट दोनों ही दावा कर रहे हैं।