अस्पतालों में कम भर्ती हो रहे मरीज, जल्द हटेगा सीमित संख्या का प्रतिबंध: सतेंद्र जैन
किसी भी टेस्टिंग सेंटर में अपनी जांच करवा सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली में पिछले चार दिनों से कोरोना के मामलों में कमी आ रही है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि यदि मरीज में कोरोना का कोई भी लक्षण है तो जांच कराने के लिए डाक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की आवश्यकता नहीं है। किसी भी टेस्टिंग सेंटर में अपनी जांच करवा सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली में पिछले चार दिनों से कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। उम्मीद है कि आगे भी ये सिलसिला जारी रहेगा।
उन्होंने आगे कहा कि जो भी लोग टीके की दूसरी डोज और सतर्कता डोज के लिए पात्र हो चुके हैं, वे अपना टीकाकरण जल्द से जल्द कराएं। दिल्ली सरकार के पास पर्याप्त संख्या में टीके उपलब्ध हैं। लोकनायक और जीटीबी अस्पताल में ओपीडी में मरीजों की संख्या सीमित करने से मरीजों को होने वाली परेशानी के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में कम भर्ती हो रहे हैं, इसलिए अगले तीन-चार दिन में सीमित संख्या का प्रतिबंध हटा दिया जाएगा।
राजधानी में कोरोना के 12 हजार 527 नए मामले सामने आए, जो रविवार को आए मामलों से 5762 कम हैं। हालांकि, 24 घंटे में 44 हजार 762 सैंपल की जांच हुई, जो पिछले दिनों हुई जांच से 20 हजार 859 कम है। जांच कम होने का एक कारण रविवार का दिन होना भी है। छुट्टी का दिन होने की वजह से अक्सर रविवार को जांच का आंकड़ा कम ही रहता है। वहीं, संक्रमण दर मामूली रूप से बढ़कर 27.99 प्रतिशत हो गई।
दो दिन पहले संक्रमण दर 27.87 प्रतिशत थी। बीते 24 घंटे में कोरोना के 18,340 मरीज ठीक हुए हैं और 24 मरीजों की मौत हो गई। इससे इस माह 17 दिनों में कोरोना से मरने वालों की संख्या 280 पहुंच गई है। दिल्ली में पांच दिसंबर को ओमिक्रोन का पहला मामला सामने आने के बाद से अब तक कोरोना के कुल दो लाख 81 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं। 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीज ठीक भी हो चुके हैं। इसका कारण संक्रमण का हल्का होना है। सोमवार को भी 1975 नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए। इससे कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 34 हजार 958 हो गई है।
प्रमुख बातें
- अब तक टीके की लगभग दो करोड़ 85 लाख से अधिक डोज लगाई जा चुकी हैं
- 100 प्रतिशत लाभार्थियों को पहली डोज लग चुकी है
- लगभग 80 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है
- एक लाख 27 हजार लोगों को सतर्कता डोज दी गई है।
- जिसमें 35 हजार लोग 60 वर्ष से अधिक के हैं
- 32 हजार स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं और बाकी 60 हजार लोग अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी हैं