Onions Price Hike: प्याज की कालाबाजारी पर मंत्री का कड़ा रुख, भाजपा ने सीएम से पूछे 10 सवाल
खाद्य मंत्री ने नैफेड से प्रतिदिन दस ट्रक प्याज खरीदकर लोगों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही नैफेड को प्याज आपूर्ति के लिए ऑर्डर भी दे दिया गया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली सरकार के खाद्य मंत्री इमरान हुसैन ने बुधवार को विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्याज के मूल्य में अप्रत्याशित बढ़ोतरी पर चर्चा की। इसमें नैफेड के प्रतिनिधि भी शामिल हुए और प्याज के मूल्य में बढ़ोतरी पर चिंता जताई।
खाद्य मंत्री ने कहा कि सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होने खाद्य आयुक्त को निर्देश दिए कि लोगों के घर तक प्याज पहुंचाने का इंतजाम किया जाना चाहिए।
खाद्य मंत्री ने नैफेड से प्रतिदिन दस ट्रक प्याज खरीदकर लोगों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही नैफेड को प्याज आपूर्ति के लिए ऑर्डर भी दे दिया गया, ताकि जनता तक प्याज उपलब्ध हो सके और मूल्य में तुरंत कमी लाई जा सके। उन्होंने सभी एजेंसियों से तालमेल कर काम करने के लिए कहा है। प्याज लोगों की मुख्य आवश्यकता है, इसकी पर्याप्त आपूर्ति के लिए सरकार हरसंभव कदम उठाएगी।
प्याज की कालाबाजारी पर कड़ा रुख
प्याज की कीमत 70 से 80 रुपये प्रतिकिलो पहुंच चुकी है। खाद्य मंत्री ने विभाग के आला अधिकारियों से कहा कि राजधानी में प्याज की कालाबाजारी पर तुरंत कार्रवाई करें और इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट मुहैया कराएं। खाद्य सचिव ने कहा कि जिन राज्यों से दिल्ली को प्याज आपूर्ति की जाती है। उनमें भारी वर्षा होने व प्याज की फसल में लगे मजदूरों के दिवाली व छठ के अवसर पर काम से अनुपस्थित होने की वजह से आवक में कमी आई है। इसकी वजह से ही अचानक मूल्य में वृद्धि हुई है।
प्याज का बफर स्टॉक न बनाए रखने पर भाजपा ने आप को घेरा
दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिखकर प्याज की कीमत बढ़ने पर दस सवाल पूछे हैं। इन सवालों ने प्याज का स्टॉक रखने और जनता को सस्ती प्याज देने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस समय दिल्ली में 80-100 रुपये प्रतिकिलो प्याज बिक रहा है। जबकि केंद्र सरकार ने बार-बार पत्र लिखकर दिल्ली सरकार से प्याज का बफर स्टॉक बनाने का आग्रह किया था। लेकिन, दिल्ली सरकार ने केंद्र से 15.90 रुपये प्रतिकिलो सस्ती प्याज लेने से इन्कार कर दिया।
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि केंद्र ने कई बार दिल्ली सरकार से सस्ती प्याज का बफर स्टॉक बनाने का आग्रह किया पर 28 सितंबर को मुख्यमंत्री ने स्वयं प्याज के ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर 400 दुकानों और 70 वैन को रवाना किया तो उसके बाद जानबूझकर इस पूर्ति को स्वयं बाधित किया। क्या यह सही है कि दिल्ली सरकार ने 4 अक्टूबर को सप्लाई आर्डर यह कहते हुए रद कर दिया कि उसके पास प्याज के पहले से ही पर्याप्त स्टॉक है।
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