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Delhi Coronavirus Lockdown3: सोसायटी में घरेलू सहायकों के प्रवेश को सशर्त मंजूरी

लॉकडाउन के तीसरे चरण को बढ़ाने के साथ ही सरकार लोगों को कई छूट दी हैं। इनमें घरेलू सहायकों के काम को भी मंजूरी दी गई है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 07 May 2020 01:55 PM (IST)Updated: Thu, 07 May 2020 01:55 PM (IST)
Delhi Coronavirus Lockdown3: सोसायटी में घरेलू सहायकों के प्रवेश को सशर्त मंजूरी
Delhi Coronavirus Lockdown3: सोसायटी में घरेलू सहायकों के प्रवेश को सशर्त मंजूरी

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन के तीसरे चरण को बढ़ाने के साथ ही सरकार लोगों को कई छूट दी हैं। इनमें घरेलू सहायकों के काम को भी मंजूरी दी गई है। ऐसे में अधिकतर आरडब्ल्यूए ने घरेलू सहायकों की छूट के आदेश के बाद से अपनी सोसायटी में मेड, प्लंबर, इलेक्टिशियन, दूध वाले, अखबार वाले आदि के प्रवेश सशर्त मंजूरी दे रहे हैं।

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सोसायटी में आने वाले सभी को मास्क लगाने के निर्देश दिए हैं। इनमें रेड जोन इलाके में रहने वाले घरेलू सहायकों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। वहीं, आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों का कहना है कि मेड का वेतन लगातार दिया जा रहा है।

ए ब्लॉक मिंटो रोड कॉप्लेक्स आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष शैलेंद्र महातो ने कहा कि अब तक सरकार के आदेशों के मुताबिक ही लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है। सरकार के नियमों का पालन किया जा रहा है। सभी लोग मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में अब घरेलू सहायकों के प्रवेश की मंजूरी दे दी गई है। केवल रेड जोन इलाके में रहने वाले सहायकों को अभी नहीं आने दिया जा रहा है। ऐसे लोगों को उनका वेतन दिया जा रहा है।

एकता फेलवेयर एसोसिएशन करोल बाग की अध्यक्ष नीना नारंग ने बताया कि मेड के आने को लेकर सोसायटी में रोक कायम हैं, लेकिन अन्य घरेलू सहायक लगातार सोसायटी में आ सकते हैं। वहीं, मेड का उनकी सैलरी लगातार लोग दे रहे हैं। कोरोना के डर से लोग मेड को अभी घर नहीं बुलाना चाह रहे हैं। नगर निगम और सरकार की मदद से लगातार सोसायटी में सैनिटाइज कराया जा रहा है, जिससे कि वायरस सोसायटी में आ पाए।

जेजे कॉलोनी के सचिव ओमप्रकाश के अनुसार, सोसायटी में आने वाले हर घरेलू सहायकों को सुरक्षा के साथ ही सोसायटी में आने दिया जाता है। वहीं, प्लंबर और बिजली के उपकरण ठीक करने वाले लोगों को पहले भी आने दिया जा रहा था, लेकिन अब इलाका रेड जोन होने के बाद प्रशासन ने उनकी दुकानें बंद हैं। वहीं, सोसायटी के मैन गेट पर ही आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी आने जाने वाले लोगों का ध्यान रख रहे हैं। बाहरी लोगों को देखने के बाद उनकी पुलिस से शिकायत कर रहे हैं।

ज्वाइंट फोरम न्यू राजेंद्र नगर के अध्यक्ष अरविंद मेहता ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान अब तक कभी घरेलू सहायकों को सोसायटी में आने से नहीं रोका गया था। लेकिन उन्हें मास्क पहनने और हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ही सोसायटी में आने दिया जाता है। इससे सोसायटी का हर व्यक्ति सुरक्षित रह सकता है। सोसायटी में रहने वाले लोग कोरोना को लेकर जागरूक हैं और वह खुद और दूसरों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। साथ ही बाहरी पर नजर रख रहे हैं।

लॉकडाउन तीन की शुरुआत से ही सरकार ने दिल्ली में कामगारों को राहत देते हुए सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक काम करने की इजाजत दी है लेकिन कई आरडब्ल्यूए घरेलू सहायिकाओं के सोसायटी में प्रवेश पर रोक लगा रही है। आरडब्ल्यूए अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते 17 मई को लॉकडाउन खत्म होने तक केवल बेहद जरूरी होने पर ही घरेलू सहायिकाओं को प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।

बेहद जरूरी होने पर ही सोसायटी में है प्रवेश की अनुमति

सुखदेव विहार आरडब्ल्यूए अधिकारियों का कहना है मीडिया के माध्यम से उन्हें यह जानकारी मिली है कि सोसायटियों में घरेलू सहायिकाओं और ड्राइवर समेत सभी कर्मियों को एक नियत समय में छूट दी जाएगी, लेकिन इसके बावजूद कोरोना को लेकर अधिक सतर्कता की जरूरत है हालांकि सोसायटी में जिन घरों में अपरिहार्य जरूरत है। वहां घरेलू सहायिकाओं को अनुमति दी गई है। एसडीएम दक्षिणी-पूर्वी हरीश बजाज ने बताया कि घरेलू सहायिकाओं या अन्य कर्मचारियों को सरकारी निर्देशानुसार छूट दी गई है। साथ ही जरूरी सेवाओं के निर्माण कार्य में लगी कंपनियां भी लॉकडाउन नियमों का पालन करते हुए काम कर सकती हैं।


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