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Coronavirus Impact : मनमाफिक नहीं बढ़ा दिल्ली सरकार का राजस्व, अब 3 महीने होंगे अहम

Delhi Coronavirus News Update दिसंबर महीने में दिल्ली सरकार को 1734 करोड़ रुपये ही जीएसटी और वैट से मिले हैं वहीं नवंबर में सरकार ने 1735.98 करोड़ एकत्रित किए थे। अक्टूबर में यह राशि 1855 करोड़ रुपये थी।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 12:18 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 12:18 PM (IST)
Coronavirus Impact : मनमाफिक नहीं बढ़ा दिल्ली सरकार का राजस्व, अब 3 महीने होंगे अहम
पैसा न होने से सरकार की तमाम विकास की योजनाएं रुक गई हैं।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। कोरोना वायरस संकट के चलते पिछले नौ महीने से आर्थिक तंगी से जूझ रही दिल्ली सरकार को आर्थिक मोर्चे पर बहुत राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। दिसंबर में दिल्ली सरकार को 1,734 करोड़ ही जीएसटी और वैट से मिले हैं, वहीं नवंबर में सरकार ने 1,735.98 करोड़ एकत्रित किए थे। अक्टूबर में यह राशि 1,855 करोड़ रुपये थी। यानी पिछले दोनों महीने की तुलना में दिसंबर में सरकार को कम राजस्व मिला है। नवंबर से ही दिसंबर में 198 करोड़ कम मिले हैं। हालांकि दिसंबर में सरकार को केंद्र की ओर से जीएसटी क्षतिपूर्ति मिला है और कुछ ऋण भी मिला है। इसे मिलाकर दिसंबर में कुल 3,194 करोड़ की राशि सरकार को मिली है।

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माना जा रहा था कि धीरे-धीरे दिल्ली सरकार का राजस्व बढ़ना शुरू हो गया है, हालांकि अब भी पिछले साल की अपेक्षा राजस्व वसूली बहुत कम है। ऐसे में 200 या 300 करोड़ बढ़ने से दिल्ली का बहुत भला होने वाला नहीं है। सरकार को बहुत बड़े स्तर पर राजस्व की जरूरत है। पैसा न होने से सरकार की तमाम विकास की योजनाएं रुक गई हैं। नई योजनाएं ठंडे बस्ते में चली गई हैं। स्थिति पर गौर करें तो पिछले वित्त वर्ष में नवंबर तक ही दिल्ली सरकार को 16,636 करोड़ का राजस्व मिला था, जबकि इस चालू वित्त वर्ष में नवंबर तक 11,451 करोड़ ही मिले थे। यानी पिछले साल की तुलना में 5,185 करोड़ कम राजस्व मिला है।

वहीं, नवंबर में भी पिछले साल की अपेक्षा कम राजस्व मिला है। पिछले साल नवंबर में 2,307 करोड़ मिले थे और इस साल 1,735.98 करोड़ हैं। यानी पिछले साल की अपेक्षा 572 करोड़ कम हैं। इसी तरह इस साल दिसंबर में 1,734 करोड़ जीएसटी मिला है, जबकि पिछले साल दिसंबर में 2,100 करोड़ जीएसटी मिला था। यानी इस साल 366 करोड़ कम है।

पिछले साल दिसंबर तक कुल 18,370 करोड़ राजस्व एकत्रित हुआ था, जबकि इस साल दिसंबर तक 13,185 करोड़ राजस्व मिला है। इस साल यह राशि 12 जनवरी तक 13,300 करोड़ तक पहुंच सकी है। कम आए राजस्व को देखते हुए दिल्ली सरकार के लिए ये तीन माह अधिक महत्वपूर्ण हैं। बिक्री एवं कर विभाग राजस्व बढ़ाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

लाकडाउन और कोरोना संकट ने दिल्ली की अर्थव्यवस्था के साथ ही सरकारी खजाने को भी बुरी तरह प्रभावित किया है, लेकिन सभी बाजार, माल व शराब आदि की दुकानों को खोलने का असर कुछ दिखाई दे रहा है। एक समय लाकडाउन के चलते अप्रैल में दिल्ली सरकार के टैक्स वसूली में 90 फीसद तक की गिरावट आ गई थी। जीएसटी, वैट, आबकारी, स्टांप ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन, मोटर वाहन टैक्स समेत सभी मदों में दिल्ली सरकार को अप्रैल में मात्र 300 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली हुई थी।

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