Rojgar Bazaar 2.0 : एक बार फिर दिल्ली में लोगों को नौकरी दिलाएगा रोजगार बाजार
Rojgar Bazaar 2.0 रोजगार बाजार पोर्टल-1.0 की सफलताओं के बाद यह नया पोर्टल पहले से अधिक उन्नत होगा। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) आधारित जाब मैचिंग सेवाओं के साथ-साथ दिल्ली के युवाओं को एक ही मंच पर रोजगार से संबंधित सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने बेरोजगारों युवाओं को नौकरी देने के लिए एक बार फिर जाब पोर्टल की करने रही है। इसके लिए 14 अक्तूबर से ही रोजगार विभाग की ओर से इस संबंध में निविदाएं मंगाई गई हैं। दरअसल, दिल्ली सरकार की तरफ से पिछले साल लांच किए गए रोजगार बाजार पोर्टल-1.0 (एक) की सफलता के बाद अब रोजगार बाजार-2.0 (दो) पोर्टल बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। यह देश में अपनी तरह का पहला जाब मैचिंग डिजिटल प्लेट़फार्म होगा, जहां युवा जाब के लिए अप्लाई कर सकेंगे।
इसके लिए 14 अक्टूबर को रोजगार विभाग द्वारा इस संबंध में निविदाएं मंगाई गई हैं। रोजगार बाजार पोर्टल-1.0 की सफलताओं के बाद यह नया पोर्टल पहले से अधिक उन्नत होगा। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) आधारित जाब मैचिंग सेवाओं के साथ-साथ दिल्ली के युवाओं को एक ही मंच पर रोजगार से संबंधित सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि रोजगार बाजार-एक पोर्टल अगस्त 2020 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा कोरोना महामारी के उस दौर में लांच किया गया, जब लाखों लोग बेरोजगार हो गए थे और यह पोर्टल उन बेरोजगार युवाओं और दिल्ली के छोटे व्यवसायियों के लिए एक लाइफ लाइन बन गया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान रोजगार बाजार पोर्टल पर 14 लाख से अधिक नौकरी चाहने वालों लोगों का और 10 लाख नौकरियों का विज्ञापन पहले ही किया जा चुका है। भारत में किसी भी राज्य सरकार द्वारा कोई अन्य जाब मैचिंग प्लेट़फार्म इतना सफल नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि लेकिन हम यहीं नहीं रुकना चाहते हैं। नया रोजगार बाजार-दो पोर्टल के माध्यम से हमारी सरकार भारत में अपनी तरह के पहले डिजिटल प्लेटफार्म पर कौशल प्रशिक्षण, कैरियर मार्गदर्शन और नौकरी मिलान से संबंधित सभी सेवाएं एक ही प्लेट़फार्म पर लेकर आएगी।
रोजगार बाजार-एक पोर्टल के अनुभवों के आधार पर और दिल्ली भर में रोजगार लिंकेज बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार ने मौजूदा रोजगार बाजार पोर्टल को अपग्रेड करने का निर्णय लिया था, जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जाब पोर्टल के अनुभवों को शामिल किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बड़ी संख्या में असंगठित श्रमिक डिजिटल प्लेटफार्म तक नहीं पहुंच सकते हैं, इसलिए दिल्ली सरकार रोजगार बाजार प्लेटफॉर्म तक उनकी पहुंच बढ़ाने के लिए कई केंद्रों की शुरुआत भी करेगी।