वैट कटौती के लिए तैयार नहीं दिल्ली सरकार, 22 अक्टूबर को बंद रहेंगे पेट्रोल पंप
दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने कहा कि वैट कटौती को लेकर दिल्ली सरकार से वार्ता हुई थी, लेकिन वह इसके पक्ष में नहीं है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली सरकार द्वारा वैट में कटौती न किए जाने के विरोध में दिल्ली के पेट्रोल पंप संचालकों ने 22 अक्टूबर को 24 घंटे के बंद की घोषणा की है। सुबह 6 बजे से अगले दिन सुबह 6 बजे तक दिल्ली के सभी 400 पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। यह फैसला चैम्सफोर्ड क्लब में दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन की मैनेजिंग कमेटी की बैठक में लिया गया, जो करीब दो घंटे से भी ज्यादा चली।
नहीं घटेगा वैट
पेट्रोल पंप संचालकों का यह फैसला दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा वैट दर में कटौती न करने के फैसले के एक दिन बाद आया है। मंगलवार को सिसोदिया ने स्पष्ट किया था कि दिल्ली में पेट्रो पदार्थों पर लगने वाला वैट नहीं घटाया जाएगा। दिल्ली में मौजूदा समय में पेट्रोल पर 27 फीसद तो डीजल पर 16.75 फीसद वैट है।
पेट्रोल पंप संचालकों की बढ़ी मुश्किलें
4 अक्टूबर को केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क और भाजपा शासित राज्य सरकारों के साथ ही पेट्रो कंपनियों के द्वारा कटौती से अन्य राज्यों में पेट्रोल-डीजल के दाम 5 रुपये तक कम हो गए हैं। इस फैसले से दिल्ली के पड़ोसी राज्यों के शहरों नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम व फरीदाबाद शहरों में भी पेट्रोल-डीजल सस्ता हो गया है। इससे दिल्ली के पेट्रोल पंप संचालकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि दर में अंतर के कारण दिल्ली वाले अब पेट्रोल-डीजल भराने पड़ोसी शहरों में जा रहे हैं। यहां तक उन शहरों से होकर दिल्ली में आने वाले वाहन भी पहले से पेट्रोल-डीजल भरवा कर रहे हैं।
बिक्री में गिरावट
पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है कि इससे उनकी बिक्री बुरी तरह प्रभावित हो रही है। अनुमानत: पेट्रोल की बिक्री में 25 फीसद तो डीजल की बिक्री में 50 फीसद की गिरावट आई है। सितंबर माह में दिल्ली के 400 से अधिक पेट्रोल पंपों से 10.62 करोड़ लीटर पेट्रोल व 9.38 करोड़ लीटर डीजल की बिक्री हुई थी।
बनाई जाएगी रणनीति
दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने कहा कि वैट कटौती को लेकर दिल्ली सरकार से वार्ता हुई थी, लेकिन वह इसके पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर 22 अक्टूबर के एक दिन की हड़ताल के बाद भी नहीं मानते तो प्रबंध समिति की बैठक कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।