मोदी सरकार की इस योजना को 'ना' बोलकर 'हां' कहने की तैयारी में केजरीवाल
पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना पीएम-जय (प्रधानमंत्री- जन आरोग्य योजना) को दिल्ली सरकार भले ही नकार चुकी है, पर आयुष्मान भारत के कई दूसरे हिस्सों को वह अपनाएगी।
नई दिल्ली (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना पीएम-जय (प्रधानमंत्री- जन आरोग्य योजना) को दिल्ली सरकार भले ही नकार चुकी है, पर आयुष्मान भारत के कई दूसरे हिस्सों को वह अपनाएगी। इसके तहत दिल्ली में 57 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जाएंगे, जो मोहल्ला क्लीनिकों से अधिक सुविधा संपन्न होंगे। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने वेलनेस सेंटर खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इन सेंटरों में गैर संचारी बीमारियों व कैंसर की स्क्रीनिंग की सुविधा भी होगी। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू करने की योजना भी आयुष्मान भारत का हिस्सा है। इसके तहत देश भर में डेढ़ लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू करने का लक्ष्य है। इसका मकसद प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत व बीमारियों की रोकथाम करना है। दिल्ली के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के अनुसार, इस वित्त वर्ष में राजधानी में 57 डिस्पेंसरियों को वेलनेस सेंटर में विकसित किया जाएगा। यहां के 10 जिलों में पांच-पांच व एक जिले में सात सेंटर शुरू किए जाएंगे।
वेलनेस सेंटर के विकास के लिए डिस्पेंसरियों का चयन कर लिया गया है। 31 मार्च 2019 तक उन डिस्पेंसरियों को वेलनेस सेंटर में विकसित कर लिया जाएगा। इन वेलनेस सेंटर में 12 तरह की सुविधाएं मौजूद होगी। जिसमें मातृत्व स्वास्थ्य, बच्चों के इलाज, परिवार नियोजन, किशोर स्वास्थ्य, गैर संचारी रोग, नेत्र, ईएनटी, कैंसर स्क्रीनिंग, पैलिएटिव केयर, मानसिक स्वास्थ्य, डेंटल स्वास्थ्य व बुनियादी ट्रॉमा सर्विस शामिल हैं ताकि हल्की चोट लगने पर लोगों को इलाज के लिए दूर स्थित बड़े अस्पतालों में भागदौड़ करने की जरूरत न पड़े। घर के नजदीक हादसा पीड़ितों को मरहम पट्टी आदि सुविधा मिल पाएगी।
कर्मचारी किए जाएंगे प्रशिक्षित
महानिदेशालय के अनुसार, वेलनेस सेंटर में नियुक्त कर्मचारियो को दिल्ली सरकार के बड़े अस्पतालों में प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें ब्लड प्रेशर, मधुमेह, स्ट्रोक, कैंसर इत्यादि स्क्रीनिंग तरीका बताया जाएगा। महानिदेशालय का कहना है कि वेलनेस सेंटर का मकसद बीमारियों की स्क्रीनिंग करना है। 30 से अधिक उम्र वालों की स्क्रीनिंग की जाएगी। यदि किसी मरीज में मधुमेह, ब्लड प्रेशर व कैंसर की आशंका पाई जाती है तो उसे अस्पतालों में भेजा जाएगा। वेलनेस सेंटर शुरू करने में दिल्ली व केंद्र सरकार के बीच कोई गतिरोध नहीं है।