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केजरीवाल सरकार पर दवा खरीद में 300 करोड़ के घोटाले का आरोप, ACB ने मारे छापे

एसीबी ने केजरीवाल सरकार के स्‍वास्‍थ्‍य घोटाले की जांच शुरू कर दी है। इस सिलसिले में पुलिस टीम ने दिल्‍ली में तीन गोदामों की जांच की है। इन गोदामों में दवा कंपनियों ने दवाइयां रखी थीं।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Thu, 01 Jun 2017 12:07 PM (IST)Updated: Thu, 01 Jun 2017 12:45 PM (IST)
केजरीवाल सरकार पर दवा खरीद में 300 करोड़ के घोटाले का आरोप, ACB ने मारे छापे
केजरीवाल सरकार पर दवा खरीद में 300 करोड़ के घोटाले का आरोप, ACB ने मारे छापे

नई दिल्‍ली [ जेएनएन ] । दिल्‍ली पुलिस की भ्रष्‍टाचार-रोधी ब्रांच (एसीबी) ने केजरीवाल सरकार के स्‍वास्‍थ्‍य घोटाले की जांच शुरू कर दी है। इस सिलसिले में पुलिस टीम ने दिल्‍ली में तीन गोदामों की जांच की है। इन गोदामों में दवा कंपनियों ने दवाइयां रखी थीं।

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बता दें कि दिल्‍ली में केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने पिछले दिनों स्‍वास्‍थ्‍य घोटाले का आरोप लगाया था। इसमें दवा घोटाले का बड़ा आरोप लगाया गया था। हालांकि अभी इस मामले में दिल्‍ली सरकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

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कपिल मिश्रा ने दिल्ली सरकार की ओर से 300 करोड़ रुपये की एक्सपायरी दवाएं खरीदने और घोटाले का आरोप लगाया था, जिसके बाद यह दिल्‍ली पुलिस की यह कार्रवाई सामने आई है। कपिल का आरोप है कि दवाइयों और एंबुलेंस की खरीद के साथ अधिकारियों के तबादले में भी घोटाला किया गया, जो दवाएं अस्पतालों में भेजनी चाहिए थी, वो गोदामों में सड़ रही हैं।

तरुण सीम को 100 करोड़ की दवाई खरीदने की छूट दी गई. कपिल ने केजरीवाल, तरुण सीम और सत्येंद्र जैन पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में नियम-कानून तोड़कर 30 एमएस की नियुक्ति सत्येंद्र जैन ने की और जूनियरों को एमएस का पद दिया गया। इन मामलों में एलजी के सीधे हस्तक्षेप की जरूरत है।

कपिल मिश्रा ने कहा था कि आखिर दो दिन पहले अरविंद केजरीवाल अचानक एक ट्वीट करते हैं कि वो अस्पतालों का दौरा करेंगे। फिर एक अस्पताल पहुंच जाते हैं और ऐलान करते हैं कि दिल्ली के अस्पतालों में आधी दवाईयां उपलब्ध नहीं हैं। उनके साथ स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री और स्‍वास्‍थ्‍य सचिव होते हैं पर उनको कुछ न कहकर चीफ सेक्रेटरी को निर्देश देते हैं कि और दवाइयां खरीदो। क्यों खत्म हुई दवाइयां ? क्या बजट कम पड़ गया ?



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