दिल्ली के सरकारी स्कूल के छात्रों का कमाल, सिलेंडर लीक होने पर बजेगा अलार्म
अगर घर में गैस खुली छूट जाती है या सिलेंडर लीक करने लगता है तो ये अलार्म 20 से 30 सेकेंड के अंदर बजने लगेगा। डा अंबेडकर नगर सेक्टर पांच स्थित जीबीएसएस स्कूल नंबर तीन में 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाले इन छात्रों ने ये अलार्म बनाया है।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। रसोईघर में सिलेंडर फटने या लीक होने वाले हादसों को रोकने के लिए दिल्ली के एक सरकारी स्कूल के छात्रों ने ‘सेफ किचन’ नाम से एक अलार्म बनाया है। अगर घर में गैस खुली छूट जाती है या सिलेंडर लीक करने लगता है तो ये अलार्म 20 से 30 सेकेंड के अंदर बजने लगेगा। डा अंबेडकर नगर सेक्टर पांच स्थित जीबीएसएस स्कूल नंबर तीन में 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाले इन छात्रों ने ये अलार्म दिल्ली सरकार द्वारा शुरू किए गए बिजनेस ब्लास्टर कार्यक्रम के तहत बनाया है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने इस कार्यक्रम के तहत प्रति छात्र को दो हजार रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई है।
400 रुपये की लागत से तैयार हुआ है उपकरण
इस उपकरण को बनाने के लिए छात्रों ने प्रधानाचार्य बीपी मीना, उद्यमिता मानसिकता पाठ्यक्रम के समन्वयक हनुमान प्रसाद मीना और मेंटर शिक्षक चंदन झा का सहयोग लिया है। मेंटर शिक्षक चंदन ने बताया कि अलार्म में लगने वाले सभी उपकरणों के लिए छात्रों ने मार्केट सर्वे किया था कि कौन सा उपकरण किस मार्केट में सही और किफायती दाम में मिलेगा। इसके बाद उन्होंने अलार्म में लगने वाला आईसी, सेंसर, बजर, बेल सहित कई दूसरे उपकरण खरीदे और तकनीशियन की मदद से सभी उपकरणों को जोड़कर अलार्म तैयार किया।
बाजार में छह सौ रुपये का बिकेगा अलार्म
उन्होंने बताया कि एक अलार्म तैयार करने में लगभग 400 रुपये खर्च हुए हैं। चंदन ने बताया कि अलार्म बिजली के सर्किट से जोड़ने के बाद ही कार्य करेगा इसके लिए अलार्म में अडाप्टर भी लगाया गया है। अलार्म को रसोईघर में सिलेंडर से कुछ मीटर की दूरी पर बने साकेट में लगाना होगा। अभी तक छात्रों ने कुल पांच अलार्म तैयार किए हैं। जो कि विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों ने खरीद भी लिया है। इसे आगे पेटेंट कराने के बाद बाजार में उतारने की भी योजना है। बाजार में इसे बेचने की कीमत लगभग 600 रुपये रखी जाएगी।
अन्य गैसों को लेकर भी अलार्म तैयार करने की है योजना
छात्रों ने फिलहाल ये अलार्म एलपीजी गैस के लिए तैयार किया है। इसे आगे अन्य गैसों के लिए भी तैयार करने की योजना है। ताकि बड़ी केमिकल कंपनियों में भी अलार्म का उपयोग हो सके। मेंटर शिक्षक चंदन झा ने बताया कि अलार्म के साथ छात्र छह माह का वारंटी कार्ड और उपयोगकर्ता पुस्तिका भी उपलब्ध करा रहे हैं। वहीं, फिलहाल अलार्म बिजली से ही चलेगा लेकिन अभी इसे आगे बैट्री से संचालित करने और मोबाइल एप से जोड़ने की योजना है। ताकि घर से दूर होने पर भी गैस रिसाव होनी की सूचना मिल सके।
ये छात्र हैं शामिल-
- ओम
- अमन
- निशांत
- करन
- यश
- तुषार
- लक्ष्मण
- प्रतीक
- सचिन
हम हमेशा अपने छात्रों का समर्थन करते हैं। उद्यमिता मानसिकता पाठ्यक्रम हमारे छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में अवसर तलाशने का मौका दे रहा है। साथ ही छात्र इससे संचार, विपणन, सामूहिक कार्य, टीम वर्क और योजना बनाना भी सीख रहे हैं। मुझे विश्वास है कि ये उपकरण कई लोगों की जान बचाएगा।
बीपी मीना, प्रधानाचार्य, जीबीएसएस स्कूल, सेक्टर पांच, डा अंबेडकर नगर