दिल्ली में शराब पीने के शौकीन लोगों के लिए खुशखबरी, घटाई गई ड्राई-डे की संख्या; साल में तीन दिन बंद रहेंगी दुकानें
Delhi Dry Day in 2022 राजधानी दिल्ली में शराब पीने के शौकीन लोगों को सरकार ने खुशखबरी दी है। दिल्ली में शराब की दुकानें अब तीन दिन बंद रहेंगी। इसके पहले शराब की दुकानें साल भर में 21 दिन बंद रहती थी।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली सरकार ने अपनी नई आबकारी नीति के तहत अब मद्य निषेध दिवसों (ड्राई-डे) की संख्या घटाकर तीन कर दी है। यह संख्या पिछले साल 21 दिन थी। दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने जारी आदेश में कर कहा है कि लाइसेंस प्राप्त शराब और अफीम की दुकानें गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और गांधी जयंती (2 अक्टूबर) को बंद रहेंगी। आबकारी विभाग ने गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती को उन दिनों के रूप में सूचीबद्ध किया है, जब शराब की बिक्री की अनुमति नहीं होगी।
आबकारी विभाग ने कहा है कि दिल्ली आबकारी नियम, 2010 के नियम 52 के प्रावधानों के अनुसरण में यह आदेश दिया जाता है कि राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र दिल्ली में वर्ष 2022 के दौरान आबकारी विभाग के सभी लाइसेंस वालों और अफीम की दुकानों द्वारा निम्नलिखित तिथियों को ड्राई-डे रखा जाएगा। आदेश में कहा गया है कि ड्राई-डे में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध एल-15 लाइसेंस वाले होटलों में लागू नहीं होगा।
हालांकि आबकारी विभाग के उपायुक्त आनंद तिवारी के आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इन तीन ड्राई-डे के अलावा अन्य ड्राई-डे के बारे में दिल्ली सरकार चाहेगी तो उन्हें बढ़ा सकेगी। बता दें कि 2021 में ड्राई-डे की संख्या 21 थी। साल 2021 में होली, दीवाली, जन्माष्टमी, मुहर्रम, ईद-उल-जुहा (बकरीद), गुड फ्राइडे, राम नवमी, महावीर जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, महर्षि वाल्मीकि का जन्मदिन, गुरु नानक का जन्मदिन समेत अन्य दिनों में शराब की दुकानें बंद रहती थी। नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया और कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहलिक बेवरेज कंपनीज (CIABC) ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे उपभोक्ताओं और व्यापारियों दोनों को फायदा होगा।
भाजपा और कांग्रेस ने किया विरोध
सरकार के इस फैसले का भाजपा और कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है। दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि इससे युवाओं पर गलत असर पड़ेगा। वहीं दिल्ली कांग्रेस के उपाध्यक्ष मुदित अग्रवाल ने भी सरकार की आलोचना की है।