Move to Jagran APP

आनलाइन बैठक में पार्षदों ने फंड नहीं देने पर दिल्ली सरकार को कोसा, आय बढ़ाने पर हुई चर्चा

महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल की अध्यक्षता में आनलाइन हुई सदन की बैठक में पार्षदों ने कहा कि निगम को अपने स्नोतों से आय बढ़ाने पर काम करना चाहिए। इसके साथ सत्ता पक्ष के पार्षदों ने फंड न देने को लेकर दिल्ली सरकार को जमकर कोसा।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 10:24 AM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 10:24 AM (IST)
आनलाइन बैठक में पार्षदों ने फंड नहीं देने पर  दिल्ली सरकार को कोसा, आय बढ़ाने पर हुई चर्चा
नेता विपक्ष ने एक बार भी निगमों का बकाया फंड देने के बारे में कोई बात नहीं की।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। स्थायी समिति अध्यक्ष बीर सिंह पंवार की ओर से पेश बजट पर निगम में चर्चा जारी है। शुक्रवार को 16 पार्षदों ने बजट पर सुझाव पेश किए। महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल की अध्यक्षता में आनलाइन हुई सदन की बैठक में पार्षदों ने कहा कि निगम को अपने स्नोतों से आय बढ़ाने पर काम करना चाहिए। इसके साथ सत्ता पक्ष के पार्षदों ने फंड न देने को लेकर दिल्ली सरकार को जमकर कोसा।

loksabha election banner

चर्चा की शुरुआत करते हुए पूर्व महापौर बिपिन बिहारी सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार जब आई थी तो हेल्पलाइन के माध्यम से दिल्ली के नागरिकों की समस्या को दूर करने का वादा किया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जबकि, पूर्वी निगम के महापौर ने इसे शुरू किया और इसका लोगों को लाभ भी मिल रहा है। अगर दिल्ली सरकार निगमों का बकाया फंड दे देती है तो पूर्वी दिल्ली नगर निगम भी कोरोना योद्धाओं को प्रोत्साहन राशि दे सकती है। नेता विपक्ष ने एक बार भी निगमों का बकाया फंड देने के बारे में कोई बात नहीं की।

अतुल गुप्ता ने कहा कि पूर्वी निगम को अपने स्नोतों से आय बढ़ाने के लिए जोर देना चाहिए। शौचालय, समुदाय भवन, पार्किग, पार्क आदि जगहों पर विज्ञापन के जरिये राजस्व जुटाया जा सकता है। गो¨वद अग्रवाल ने कहा कि निगम को फंड देना सरकार का कर्तव्य है। केंद्र सरकार की वजह से राज्य सरकार की आय बढ़ी है, लेकिन इसके बाद भी वह निगमों को उसके हिस्से का फंड नहीं दे रही है। मनोनीत पार्षद हसीब उल हसन ने कहा कि जिस प्रकार दिल्ली सरकार अपना राजस्व बढ़ा रही है, उसी प्रकार निगमों को भी अपना राजस्व बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।

शाहदरा दक्षिणी जोन की चेयरपर्सन हिमांशी पांडेय ने कहा कि विपक्ष के पार्षद केवल दिल्ली सरकार की तारीफ करने में लगे हुए हैं। बजट पर कोई चर्चा ही नहीं करना चाहते हैं। तंगी के बावजूद निगम को हम अच्छे से चला रहे हैं। इसके लिए निगम अधिकारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि लोगों को कर से संबंधित नोटिस देने के बजाय उनके बीच जागरूकता फैलाने की कोशिश करनी चाहिए। पार्षद अजय शर्मा ने कहा कि सभी वार्डो से संपत्ति कर की वसूली की जानी चाहिए, लेकिन विपक्ष के नेताओं के वार्डो से संपत्ति कर नहीं आ रहा है।

दिल्ली जल बोर्ड जगह-जगह सड़क काटती है, लेकिन इसे दुरुस्त नहीं करती है। ऐसे में उस पर शुल्क और जुर्माने का प्रविधान करना चाहिए। पार्षद पुनीत शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में विपक्ष के पार्षद गायब हो गए। सिर्फ भाजपा के नेता और कार्यकर्ता ही जमीन पर कार्य करते रहे। उन्होंने सुझाव दिया कि पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में जो भूमि खाली पड़ी है, वहां पार्किग आवंटित करके और विज्ञापनों के जरिये राजस्व बढ़ाया जा सकता है।

आम आदमी पार्टी के पार्षद गुरजीत कौर ने कहा कि एक-दूसरे पर आरोप लगाने के बजाय राजस्व बढ़ाने पर जोर दिया जाना चाहिए। भ्रष्टाचार की वजह से राजस्व नहीं बढ़ पा रहा है। मनोनीत पार्षद रामराज तिवारी ने कहा कि आम नागरिकों पर करों का अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ना चाहिए, इसलिए कोई नया कर न लगाया जाए। उन्होंने साप्ताहिक बाजारों पर नियंत्रण की बात भी कही। इसी तरह से नीता बिष्ट ने भी राजस्व बढ़ाने पर जोर दिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.