Move to Jagran APP

लॉकडाउन के बाद भरने लगा दिल्ली का खजाना, अक्टूबर में VAT-GST से मिले 1855 करोड़ रुपये

पिछले साल 31 अक्टूबर तक दिल्ली सरकार को 14 329 करोड़ का राजस्व मिला था जबकि इस साल इस तारीख तक 9716 करोड़ ही मिले हैं। यानी पिछले साल की तुलना में अभी 4613 करोड़ कम राजस्व मिला है।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 04 Nov 2020 10:12 AM (IST)Updated: Wed, 04 Nov 2020 10:12 AM (IST)
लॉकडाउन के बाद भरने लगा दिल्ली का खजाना, अक्टूबर में VAT-GST से मिले 1855 करोड़ रुपये
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फाइल फोटो।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। कोरोना वायरस संक्रमण संकट के चलते पिछले सात माह से आर्थिक तंगी से जूझ रही दिल्ली सरकार को आर्थिक मोर्चे पर कुछ राहत मिलने लगी है। अक्टूबर में सरकार ने 1855 करोड़ जीएसटी और वैट से एकत्रित किए हैं। सितंबर में यह राशि 1663.80 करोड़ रुपये थी। इस तरह अक्टूबर में सरकार को करीब 192 करोड़ अधिक राजस्व मिला है। हालांकि अब भी पिछले साल की अपेक्षा राजस्व वसूली बहुत कम है। दो सौ या तीन सौ करोड़ बढ़ने से दिल्ली का बहुत भला होने वाला नहीं है। सरकार को बहुत बड़े स्तर पर राजस्व की जरूरत है। पैसा न होने से सरकार की तमाम विकास की योजनाएं रुक गई हैं। नई योजनाएं ठंडे बस्ते में चली गई हैं।

loksabha election banner

स्थिति पर गौर करें तो पिछले साल 31 अक्टूबर तक दिल्ली सरकार को 14, 329 करोड़ का राजस्व मिला था, जबकि इस साल इस तारीख तक 9716 करोड़ ही मिले हैं। यानी पिछले साल की तुलना में अभी 4613 करोड़ कम राजस्व मिला है। वहीं अक्टूबर में भी पिछले साल की अपेक्षा कम राजस्व मिला है। पिछले साल सिर्फ अक्टूबर में 2079 करोड़ मिले थे और इस साल 1855 करोड़ हैं। यानी पिछले साल की अपेक्षा 224 करोड़ कम हैं। हालांकि इस साल सितंबर में सरकार को पिछले साल के सितंबर से 115.43 करोड़ अधिक मिली थी। पिछले माह माना जा रहा था कि अब तेजी से दिल्ली में अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा, मगर ऐसा हुआ नहीं है। लॉकडाउन और कोरोना संकट ने दिल्ली की अर्थव्यवस्था के साथ ही सरकारी खजाने को भी बुरी तरह प्रभावित किया है, लेकिन सभी बाजार, मॉल व शराब आदि की दुकानों को खोलने का असर कुछ दिखाई दे रहा है। दिल्ली की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है।

लॉकडाउन के चलते अप्रैल में दिल्ली सरकार के टैक्स वसूली में 90 फीसद तक की गिरावट आ गई थी। जीएसटी, वैट, आबकारी, स्टांप ड्यूटी, पंजीकरण, मोटर वाहन टैक्स समेत सभी मदों में दिल्ली सरकार को अप्रैल में मात्र 300 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली हुई थी।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.