Move to Jagran APP

मौत के मुहाने पर खड़े हैं दक्षिणी दिल्ली के कई इलाके, आखिर कब लेंगे गलतियों से सबक

पहले तो इमारत के निर्माण में सभी मानकों व नियमों की धज्जियां उड़ाई गई हैं। उसके बाद संकरी गलियों में बनी बहुमंजिला इमारतों में बेसमेंट से लेकर अलग-अलग तल पर अवैध रूप से काम हो रहा।

By Prateek KumarEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 10:00 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 10:04 PM (IST)
मौत के मुहाने पर खड़े हैं दक्षिणी दिल्ली के कई इलाके, आखिर कब लेंगे गलतियों से सबक
मौत के मुहाने पर खड़े हैं दक्षिणी दिल्ली के कई इलाके, आखिर कब लेंगे गलतियों से सबक

नई दिल्ली [विवेक त्यागी]। राजधानी दिल्ली में सिस्टम की लापरवाही बार-बार लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। ताजा मामला दिल्ली के फिल्मिस्तान स्थित अनाज मंडी इलाके में चल रही अवैध फैक्ट्री में हुए भीषण अग्निकांड के रूप में सामने आया है। सिर्फ वही नहीं, बल्कि दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों के हालात ऐसे ही हैं। कभी भी इस जैसा या इससे भयावह हादसा हो सकता है। सिस्टम की लापरवाही के चलते दक्षिणी दिल्ली का बहुत बड़ा इलाका मौत के मुहाने पर खड़ा है। अनाज मंडी अग्निकांड के बाद फिर जांच पड़ताल और कार्रवाई के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन सवाल यह है कि आखिर कब तक लोग सिस्टम की लापरवाही के कारण यूं ही काल के गाल में समाते रहेंगे।

loksabha election banner

दक्षिणी दिल्ली स्थित गोविंदपुरी, गोविंदपुरी एक्सटेंशन, तुगलकाबाद एक्सटेंशन, कालकाजी, कालकाजी एक्सटेंशन, संगम विहार, जैतपुर, मीठापुर, बदरपुर, शाहपुर जाट, कोटला मुबारकपुर, गढ़ी गांव, ओखला गांव, जसोला गांव, जामिया नगर समेत कई इलाकों बेहद संकरी गलियों में छोटे-छोटे प्लाटों पर अवैध रूप से बहुमंजिला इमारतें बनी हैं।

पहले तो इमारत के निर्माण में सभी मानकों व नियमों की धज्जियां उड़ाई गई हैं। उसके बाद संकरी गलियों में बनी बहुमंजिला इमारतों में बेसमेंट से लेकर अलग-अलग तल पर अवैध रूप से कपड़े बनाने, बेकरी का सामान बनाने व जींस रंगाई समेत विभिन्न तरह की फैक्ट्रियां चलाई जा रही हैं। इस इलाके में बनी इमारतों में फायर फाइटिंग सिस्टम नाम की तो कोई चीज ही नहीं है।

रास्ते इतने संकरे हैं कि आग बुझने में दमकलकर्मियों को भी जद्दोजहद करनी पड़ती है। ऐसा नहीं है कि इन इलाकों में अवैध इमारतों के निर्माण और अवैध रूप से चल रही इन फैक्ट्रियों के बारे और यहां के हालात के बारे में सरकारी तंत्र के अधिकारियों को जानकारी न हो, लेकिन सबने स्वार्थ के चलते आंखें मूंदे रखी। यही कारण है कि पहले छोटे-छोटे प्लाट पर बहुमंजिला इमारतें खड़ी होती चली गईं और फिर उनमें अवैध गतिविधियां शुरू हो गईं।

अगस्त 2019 में दक्षिणी दिल्ली के जोगाबाई एक्सटेंशन में आधी रात को भीषण अग्निकांड हुआ था। हादसे में छह लागों की मौत हो गई थी व 13 घायल हुए थे। गत 2 दिसंबर की रात तुगलकाबाद स्थित छुरिया मोहल्ले में अवैध रूप से बने कबाड़ गोदाम व कपड़े के गोदाम में आ लग गई थी। हादसे में कबाड़ गोदाम में एक युवक की जलकर मौत गई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.