Delhi Crime: संपत्ति के फर्जी दस्तावेज बनाकर बैंक से 95 लाख रुपये का कर्ज लेने वाली महिला गिरफ्तार
जांच में पता चला कि आरोपित ने अपनी फर्म ग्रेस हैंडलूम के लिए उक्त कर्ज लिया लेकिन जिस संपत्ति को बैंक में गिरवी रखा गया उसके कागजात फर्जी पाए गए। गिरवी रखी गई संपत्ति डीडीए से संबंधित थी। यह भी पता चला कि आरोपित के सात अन्य फर्म हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने संपत्ति के फर्जी दस्तावेज बनाकर बैंक से 60 लाख रुपये का कर्ज लेने वाली महिला को गिरफ्तार किया है। हरियाणा के कुंडली निवासी आरोपित सरबजीत कौर बैंक से कर्ज लेकर फरार हो गई थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य प्रबंधक की शिकायत पर 2018 में एक मामला दर्ज किया गया था। आरोपित सरबजीत कौर ने अपनी फर्म के लिए 60 लाख रुपये कर कर्ज लिया था, लेकिन वह इस कर्ज को चुका नहीं रही थी। इसलिए बैंक पर मूलधन और ब्याज मिलाकर 95 लाख कर्ज हो गया था।
जांच में पता चला कि आरोपित ने अपनी फर्म ग्रेस हैंडलूम के लिए उक्त कर्ज लिया, लेकिन जिस संपत्ति को बैंक में गिरवी रखा गया, उसके कागजात फर्जी पाए गए। गिरवी रखी गई संपत्ति डीडीए से संबंधित थी। यह भी पता चला कि आरोपित के सात अन्य फर्म हैं। आरोपित द्वारा दिए गए दस्तावेज और डीडीए द्वारा मिली जानकारी से पता चला कि दोनों दस्तावेज अलग-अलग हैं। ऐसे में आरोपित सरबजीत कौर को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
अशोक प्रधान गिरोह के शूटर की हत्या की साजिश रच रहा था हरियाणा के झज्जर जिले का नवीन
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नीरज बवाना गिरोह के एक शूटर को गिरफ्तार किया है। बदमाश नवीन उर्फ काला हरियाणा के झज्जर जिले का रहने वाला है। इस पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उससे पिस्टल और कट्टा बरामद किया है। जांच में पता चला कि नवीन अशोक प्रधान गिरोह के एक शूटर की हत्या के लिए साजिश रच रहा था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि एसीपी रमेश चंद्र लांबा की देखरेख में गठित पुलिस टीम ने नवीन को पकड़ा है।
पूछताछ में नवीन ने बताया कि वह अपने सगे भाई अश्वनी के साथ मिलकर राजीव की हत्या का बदला लेना चाहता था। उसके पास मौजूद हथियारों का बंदोबस्त झज्जर जेल में बंद अश्वनी ने ही किया था। क्राइम ब्रांच ने प्रोडक्शन वारंट पर अश्वनी को जेल से लेकर आई और उसे गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नवीन नौवीं कक्षा तक पढ़ा है, जबकि दूसरा आरोपित अश्वनी पहली बार वर्ष 2013 में दोहरे हत्याकांड में गिरफ्तार हुआ था।
जेल से आने पर उसने हत्या के मामले में गवाह धर्मेद्र की हत्या कर दी थी। गांव का गैंगस्टर राजीव उर्फ काला असोढि़या नीरज बवाना का रिश्तेदार था, जबकि अश्वनी उसे अपना आदर्श मानता था। 22 मार्च, 2017 को कोर्ट में पेशी के दौरान राजीव की हत्या अशोक प्रधान गिरोह के शूटरों ने कर दी थी। उसके बाद अश्वनी और नवीन गैंगस्टर नीरज बवानिया के साथ जुड़ गए थे। अश्वनी के खिलाफ 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं।