Delhi Coronavirus: डीयू छात्रावासों में खोले जाएंगे आइसोलेशन सेंटर
डीयू के वल्ड यूनिवर्सिटी सर्विस(डब्ल्यू-यू एस) स्वास्थ्य केंद्र ने छात्रावासों के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया है कि यदि किसी छात्र को सर्दी खांसी जुकाम बुखार निमोनिया बदन दर्द आदि है तो उसे तत्काल आरटीपीसीआर टेस्ट कराना चाहिए।
नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रावासों में बड़ी संख्या में छात्र अभी भी मौजूद है। इन छात्रों को कोरोना से बचाने की जद्दोजहद शुरू हो गई है। डीयू के वर्ल्ड यूनिवर्सिटी सर्विस (डब्ल्यू-यू एस) स्वास्थ्य केंद्र ने छात्रावासों के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया है कि यदि किसी छात्र को सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार निमोनिया, बदन दर्द आदि है तो उसे तत्काल आरटीपीसीआर टेस्ट कराना चाहिए। वल्लभ भाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट में आरटीपीसीआर की सुविधा शुरू की गई है। छात्र आधार कार्ड और मोबाइल नंबर के जरिए पंजीकरण करा सुबह नौ से ग्यारह के बीच टेस्ट करा सकते हैं।
डब्ल्यू-यू एस स्वास्थ्य केंद्र ने सभी छात्रावासों में इमरजेंसी मेडिकल रूम बनाने को कहा है। ताकि कोरोना लक्षण वाले छात्रों को विशेष निगरानी में रखा जा सके। यही नहीं छात्रावासों में एक आइसोलेशन सेंटर बनाने की भी बात कही गई है। दस पल्स आक्सीमीटर,ब्लड प्रेशर जांचने वाली मशीन, पांच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैंं।
स्वास्थ्य केंद्र ने डीयू छात्रावासों में जिंकोविट,पैरासिटामॉल, लिम्सी समेत कोरोना के इलाज में कारगर दवाइयों का पर्याप्त स्टाक रखने को भी कहा है। ताकि यदि कोई छात्र बीमार होता है तो उसका छात्रावास में ही इलाज किया जा सके। 18 डाक्टरों का एक पैनल भी गठित किया गया है। डीयू ने इन डाक्टरों का नाम एवं मोबाइल नंबर भी जारी किया है। छात्रों से इमरजेंसी स्थिति में इन डाक्टरों से सलाह लेने को कहा गया है।
गर्म पानी पीने की सलाह
डीयू स्वास्थ्य केंद्र ने छात्रों को सलाह दी है कि प्रतिदिन तीन लीटर गर्म पानी पीएं। खट्टे फल खाएं एवं मुंह और नाक के जरिए भाप लें। डीयू ने कहा कि नार्थ-साउथ कैंपस, शिवाजी कालेज में टीकाकरण सुविधा भी शुरू कर दी गई है।
लक्ष्मीबाई कालेज में कोविड केअर सेंटर
अशोक विहार फेस 2 स्थित लक्ष्मीबाई कालेज में कोविड केअर सेंटर खोला गया है। कालेज प्रशासन ने बताया कि यह गंभीर रोगियों के लिए नहीं है। केवल हल्के लक्षण वाले रोगियों को ही चिकित्सकीय जांच के बाद भर्ती किया जाएगा। यहां आइसीयू की व्यवस्था नहीं है।