Delhi Coronavirus: काेरोना संक्रमित मरीज से भरने लगे अस्पताल, सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव
शुक्रवार दोपहर पंजाबी बाग स्थित महाराजा अग्रसेन अस्पताल में फोन करने पर पता चला कि यहां पर कोरोना संक्रमितों के लिए बेड खाली नहीं है। साथ ही कहा गया कि अभी सौ मरीजों की वेटिंग चल रही है ऐसे में बेड मिलना अभी मुमकिन नहीं है।
नई दिल्ली [भगवान झा]। कोरोना संक्रमण के बढ़ते ही अस्पतालों में बेड पूरी तरह भरने लगे हैं। अगर किसी मरीज को तुरंत बेड की आवश्यकता होती है तो उन्हें परेशानी आ सकती है। पश्चिमी दिल्ली के तीन बड़े अस्पतालों में जब शुक्रवार दोपहर फोन कर बेड के बारे में जानकारी ली गई तो हर जगह से एक ही जवाब आया अभी बेड नहीं है। शाम को या फिर कल पता कीजिएगा। ऐसे में खुद की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए लोगों को अधिक से अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करते हुए 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग टीकाकरण में जरूर हिस्सा लें।
सौ मरीज की वेटिंग है बेड मिलना मुश्किल
शुक्रवार दोपहर पंजाबी बाग स्थित महाराजा अग्रसेन अस्पताल में फोन करने पर पता चला कि यहां पर कोरोना संक्रमितों के लिए बेड खाली नहीं है। साथ ही कहा गया कि अभी सौ मरीजों की वेटिंग चल रही है, ऐसे में बेड मिलना अभी मुमकिन नहीं है। वहीं, जनकपुरी के एक अस्पताल में भी कोरोना संक्रमितों के लिए बेड नहीं होने की बात कही गई। न तो आइसीयू में और न ही जनरल वार्ड में। इसके अलावा द्वारका स्थित आकाश अस्पताल में बेड के बारे में पूछने पर कहा गया कि अभी तुरंत में कोई बेड खाली नहीं हैं। आप शाम को या फिर कल पता कीजिएगा। इन तीन अस्पतालों में पूरी तरह बेड भरे हुए थे।
जैसे ही बेड होंगे खाली आपको मिलेगी जानकारी
हालांकि अस्पताल की ओर से यह कहा जा रहा था कि आप मरीज के बारे मेंं जानकारी भेज दीजिए। जैसे ही बेड खाली होगा आपको जानकारी दे दी जाएगी, लेकिन गंभीर मरीज के पास इंतजार करने का समय नहीं होता है। ऐसे में अगर उन्हें तुरंत बेड उपलब्ध नहीं कराया गया तो उनकी जान को खतरा हो सकता है। जहां तक सरकार द्वारा होटल व बैंक्वेट हाल संबद्ध करने की बात है तो अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उसमें अभी कुछ दिन समय लग सकता है।
नहीं बढ़ रहे हैं संसाधन
बैंक्वेट हाल और होटल में हल्के लक्षण वाले मरीजों को भर्ती किया जाएगा। ऐसे में वहां पर चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था करने में थोड़ा समय लगेगा। एक चिकित्सक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अस्पतालों में बेड की क्षमता के हिसाब से संसाधन जुटाए जाते हैं। उसी हिसाब से चिकित्सक, नर्स सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती की जाती है। होटल व बैंक्वेट हाल को संबद्ध करने से बेड की संख्या तो बढ़ गई, लेकिन संसाधन नहीं बढ़े। इसका असर मरीजों के इलाज पर भी हो सकता है।
टीकाकरण के लिए जिला प्रशासन कर रहा जागरूक
दक्षिणी पश्चिमी जिला प्रशासन टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक करने में जुटा है। जिला प्रशासन की ओर से टीकाकरण कराने वाले लोगों को बैग दिया जा रहा है। साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करने की अपील की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी लोगों को जागरूक करने में जुटी हुई है।