दिल्ली के 90% व्यापारी बोले- बंद हों बाजार, गृहमंत्री अमित शाह-CM केजरीवाल से मुलाकात के लिए CAAT ने मांगा समय
Delhi Coronavirus News Update दिल्ली के बाज़ारों को बंद के निर्णय पर दिल्ली के व्यापारियों की रविवार को वीडियो कांफ्रेंस होगी जिसके बाद निर्णय होगा।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। Delhi Coronavirus News Update: कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders) के रुख से ऐसा लगने लगा है कि जल्द ही दिल्ली में लॉकडाउन की तरह ही बाजार बंद करने का एलान किया जा सकता है। CAAT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने इस मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह, सीएम अरविंद केजरीवाल, शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से मिलने के लिए समय मांगा है। इसके लिए बाकायदा सभी को पत्र लिखा गया है।
88 फीसद व्यापारी बाजार बंद करने के पक्ष में
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि एक ऑनलाइन सर्वे में जिन पांच प्रश्नों पर राय मांगी गई थी उस पर मौटे तौर पर व्यापारियों ने एकमत होकर अपनी राय दी है। सर्वे के नतीजों के मुताबिक, 88 फीसद लोग बाजार बंद करने के पक्ष में हैं। वहीं, सर्वे में लोगों ने दिल्ली के वर्तमान हालात पर गहरी चिंता व्यक्त की है और बताया कि दिल्ली के व्यापारी कोरोना को लेकर बेहद मानसिक तनाव में हैं।
1.क्या आपको लगता है कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है?
-उत्तर- हां 99 .4 %
2.क्या आपको लगता है कि बाजार खुलने से बाज़ारों में संक्रमण फ़ैल रहा है ?
उत्तर- हां 92 .8 %
3. क्या जिस तरह से दिल्ली में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं उस अनुपात में दिल्ली में चिकित्सा सुविधा पर्याप्त है?
उत्तर- नहीं- 92 .7 %
4.क्या दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना को लेकर आप चिंतित हैं
उत्तर- हां 96 .6 %
5. कोरोना से व्यापारियों एवं ग्राहकों को बचाने के लिए क्या आप बाजार बंद करने के पक्ष में है
उत्तर- हां 88 .1 %
वहीं कैट के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा ने बताया कि इस विषय पर अंतिम रूप से निर्णय लेने के लिए कैट ने रविवार दोपहर दिल्ली के प्रमुख व्यापारी संगठनों एवं व्यापारी नेशन की एक वीडियो कांफ्रेंस बुलाई है। इसमें सर्वे रिपोर्ट रखी जाएगी और दिल्ली के सभी व्यापारी मिलकर इस बात का निर्णय करेंगे कि दिल्ली के बाज़ारों को खुला रखा जाए या बंद किया जाए? इस निर्णय से पहले सरकार का क्या नजरिया है? उसको जानने के लिए ही कैट ने देश एवं दिल्ली के नेताओं को पत्र भेजकर उनसे मिलने का आग्रह किया है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने यह भी कहा कि जिस तरह के हालत दिल्ली में बने हैं और जिस प्रकार से उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली में चिकित्सा सुविधाओं पर टिपण्णी की है वो दिल्ली की हालत को सही रूप में दर्शाता है। इस वजह से व्यापारी या उनके कर्मचारी आसानी से कोरोना का शिकार हो सकते हैं क्योंकि प्रतिदिन व्यापारियों की दुकानों पर अनजान लोग सामान खरीदने आते हैं और व्यापारियों की सारे सुरक्षा उपाय करने के बावजूद कोरोना संक्रमण का खतरा बना रहता है।