ODD-EVEN in Delhi: सड़क पर नहीं उतरी 15 लाख कारें, जानिए सीएम केेजरीवाल ने क्या कहा
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के अपने प्रदूषण को कम करने के लिए हमलोग पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम लोग मास्क बांट रहे हैं। ऑड इवन लागू किए हैं।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। पूरे उत्तर भारत में इस समय धुंध की गहरी चादर छाई है। प्रदूषण गहरा है। हमलोग दिल्ली में प्रदूषण को लेकर काफी चिंतित हैं। हम लोगों के बस में जो भी है, वह कदम उठा रहे हैं। बाहर से पराली का जो धुंआ दिल्ली आ रहा है, उसके लिए हमलोग कुछ नहीं कर सकते। दिल्ली के अपने प्रदूषण को कम करने के लिए हमलोग पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम लोग मास्क बांट रहे हैं।
ऑड इवन किया शुरू
वाहन के प्रदूषण को कम करने के लिए ऑड-इवेन शुरू किया है। इसका सुबह 8 बजे से लोग पालन कर रहे हैं। पूरी दिल्ली में इसका पालन हो रहा है। चालान एक दो ही करने पड़े हैं। दिल्ली में 30 लाख कारें हैं। आज 15 लाख कारें सड़क पर नहीं उतरीं। इससे प्रदूषण पर असर पड़ेगा। दिल्ली के लोगों ने ऑड इवेन का जबर्दस्त समर्थन किया है।
ढाई माह में डेंगू को हराया
हम लोगों ने मिलकर ढाई माह में डेंगू को हराया है। मुझे भरोसा है कि दिल्ली के लोग मिलकर प्रदूषण को भी हराएंगे। प्रकाश जावड़ेकर विज्ञापन पर खर्च करने की बात पर राजनीति कर रहे हैं। वह झूठ पर झूठ फैला रहे हैं। दिल्ली के विज्ञापन का बजट ही 150 से 200 सौ करोड़ है। अभी भी पैसा काफी पड़ा है। हमने विज्ञापन पर खर्च किस चीज पर किया। हम लोगों ने डेंगू के कैंपेन पर खर्च किया। क्या ऐसा नहीं करना चाहिए था। क्या लोगों को मरने देना चाहिए था।
यह अपने आप में अनूठा कैंपेन
डेंगू का दिल्ली का कैंपेन अनूठा था। हमलोगों ने 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट कैंपेन से दिल्ली में डेंगू पर काबू पाया। दिल्ली के लोगों के प्रयास के कारण दिल्ली में डेंगू कम हुआ जबकि दुनिया में डेंगू के मामले बढ़े हैं। सिर्फ दिल्ली में कम हुआ है। इसके लिए प्रकाश जावडेकर को दिल्ली के लोगों की तारीफ करनी चाहिए न कि उनके इतने बड़े प्रयास को कमजोर करना चाहिए।
पंजाब-हरियाणा की पराली से फैल रहा प्रदूषण
उत्तर भारत के प्रदूषण पर केंद्र सरकार को ही काम करना होगा। हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में जल रही पराली पर केंद्र सरकार ही काम कर सकती है, इसके लिए दिल्ली को दोष देना ठीक नहीं है। केंद्र को सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर विकल्प की तलाश करनी चाहिए।
ओला उबर को सुझाव
ओला, उबर, टैक्सी और आटो चालकों से आग्रह है कि वह किराया न बढ़ाएं और न ही सर्च चार्जिंग करें। ऐसा करने पर सरकार की सख्त कार्रवाई होगी। ऑड इवेन में 30 लाख में से 15 लाख ही वाहन सड़क पर नहीं उतरेंगे तो प्रदूषण कम होगा ही। जब सारी दिल्ली ऑड-इवेन का समर्थन व पालन कर रही है, ऐसे में भाजपा विरोध कर रही है, यह ठीक नहीं है।
भाजपा का विरोध सही नहीं
दिल्ली के लोग प्रयास कर रहे हैं और भाजपा विरोध कर रही है। यह ठीक नहीं है। दिल्ली के लोगों के प्रयास का साथ देना चाहिए। इसपर राजनीति नहीं करनी चाहिए। मैं ट्रैफिक पुलिस से अपील करता हूं कि वह ऑडइवेन का पालन कराएं लोगों को सहयोग करें। मुझे जरूरत महसूस हुई तो उप राज्यपाल महोदय से बात भी करूंगा।