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Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए बड़े पैमाने पर लगाई जाएंगी एन्टी स्मॉग गन, सीएम ने लांच किया अभियान

Delhi Air Pollution वायु प्रदूषण के खिलाफ दिल्ली सरकार ने युद्ध- प्रदूषण के विरुद्ध अभियान शुरू करने की घोषणा की है। इसकी जानकारी सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में दिल्ली के सभी विभागों को शामिल किया गया है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Mon, 05 Oct 2020 01:34 PM (IST)Updated: Mon, 05 Oct 2020 06:36 PM (IST)
Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए बड़े पैमाने पर लगाई जाएंगी एन्टी स्मॉग गन, सीएम ने लांच किया अभियान
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्रकार वार्ता- ANI

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Delhi Air Pollution: वायु प्रदूषण के खिलाफ दिल्ली सरकार ने 'युद्ध- प्रदूषण के विरुद्ध' अभियान शुरू करने की घोषणा की है। इसकी जानकारी सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में दिल्ली के सभी विभागों को शामिल किया गया है। 

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मुख्यमंत्री ने बताया कि इस अभियान के दौरान दिल्ली के सभी किसानों के खेतों में बायो डीकॉम्पोज़र घोल छिड़का जाएगा। पराली के डंठल गल जाएंगे तो उन्हें जलाने की नौबत ही नहीं आएगी। सड़कों पर उड़ने वाली धूल रोकने के लिए मैकेनिकल सफाई की जाएगी। प्रदूषण को रोकने के लिए राजधानी में बड़े पैमाने पर एन्टी स्मॉग गन लगाई जाएंगी।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए सड़कों के गड्ढे ठीक किए जाएंगे। इसी महीने ग्रीन दिल्ली एप शुरू किया जाएगा। इस एप पर कोई भी व्यक्ति प्रदूषण के खिलाफ शिकायत कर सकेगा। उस पर तय समय सीमा के भीतर कार्रवाई जाएगी।

कोरोना काल में प्रदूषण से जान को खतरा

डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केजरीवाल ने कहा कि शहर के 13 प्रदूषण केंद्रों में से प्रत्येक के लिए अलग योजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना (COVID-19) महामारी को देखते हुए प्रदूषित हवा से जान को खतरा हो सकता है। दोनों फेफड़े प्रभावित करते हैं। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा उठाए जा रहे सभी प्रदूषण-विरोधी उपायों की निगरानी

सीएम ने कहा कि हम ये नीति ला रहे हैं कि अगर कोई एजेंसी पेड़ काटती है तो उसको उसमें से 80 फीसद पेड़ नई जगह लगाने पड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली के 300 किमी के भीतर 11 थर्मल पावर प्लांट नए उत्सर्जन मानदंडों को पूरा करने के लिए दिसंबर 2019 की समय सीमा से चूक गए हैं। केजरीवाल ने कहा, "हमने अपने दो थर्मल पावर प्लांट बंद कर दिए। इन 11 प्लांटों को अपने उत्सर्जन को कम करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आसपास के क्षेत्रों में पुरानी तकनीक का उपयोग करके बड़ी संख्या में ईंट भट्टों के खिलाफ भी कार्रवाई की आवश्यकता है। 

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