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राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में 1000वें मरीज को मिली छुट्टी, सीएम केजरीवाल ने किया सम्मानित

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का दौरा किया।

By Mangal YadavEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 04:44 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 05:06 PM (IST)
राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में 1000वें मरीज को मिली छुट्टी, सीएम केजरीवाल ने किया सम्मानित
राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में 1000वें मरीज को मिली छुट्टी, सीएम केजरीवाल ने किया सम्मानित

नई दिल्ली, जेएनएन/एएनआइ। राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती अब तक एक हजार मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। सोमवार को 1000वें मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। मरीज की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आयी थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी देने का फैसला किया गया। इस मौके पर सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी पहुंचे। सीएम केजरीवाल ने कोरोना से ठीक होने वाली महिला को सम्मानित किया।

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इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉल के जरिए कुछ कोरोना मरीजों से बात भी की। सीएम ने मरीजों का उत्साह वर्धन किया और उम्मीद जताई कि वे भी जल्द ठीक हो जाएंगे।

इससे अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों के इलाज से संबंधित व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सीएम केजरीवाल ने अस्पताल में मेडिकल उपकरणों के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौके पर मौजूद रहे। 

अस्पताल पहुंचे हर संदिग्ध का होगा एंटीजन टेस्ट

बता दें कि दिल्ली में कोरोना पर काबू पाने के लिए सरकार ने जांच की संख्या बढ़ा दी है। कंटेनमेंट जोन के बाद अब अस्पताल पहुंचने वाले संदिग्ध मरीजों का भी रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश के तहत अस्पतालों में पुरानी बीमारियों से पीड़ित बुजुर्गो, कैंसर, किडनी, लिवर, हार्ट प्रत्यारोपण वाले मरीजों व एचआइवी के मरीजों को भर्ती कराने से पूर्व रैपिड एंटीजन टेस्ट कराना होगा।

एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट मौके पर ही 15 से 30 मिनट में मिल जाती है। इसलिए अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचे जोखिम वाले मरीजों की यह जांच होने से अस्पतालों में संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने आठ श्रेणी के मरीजों को इसमें शामिल किया है। इसके तहत इंफ्लूएंजा जैसे लक्षण वाले सभी मरीजों के साथ ही सांस की गंभीर परेशानी वाले मरीजों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा।

इससे कोरोना के संदिग्ध मरीजों को भी आरटी-पीसीआर जांच के लिए कई दिनों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यह देखा गया है कि विभिन्न बीमारियों से पीड़ित लोगों में खांसी, बुखार जैसे लक्षण नहीं होने पर भी उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है। इसे देखते हुए ही कीमोथेरेपी से पहले हर मरीज का एंटीजन टेस्ट कराने का निर्णय लिया गया है। 


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