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तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ खुल कर आए अरविंद केजरीवाल, रविवार को किसान नेताओं को देंगे लंच

Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसान संगठनों के बड़े नेताओं को दिल्ली विधानसभा में लंच देंगे। इसमें सभी बड़े किसान नेता और आम आदमी पार्टी के नेता भी शिरकत करेंगे। इसमें अहम मुद्दों पर चर्चा भी होगी।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 20 Feb 2021 11:53 AM (IST)Updated: Sat, 20 Feb 2021 12:23 PM (IST)
तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ खुल कर आए अरविंद केजरीवाल, रविवार को किसान नेताओं को देंगे लंच
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फाइल फोटो।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर लेकर पंजाब और हरियाणा के किसानों का सिंघु बॉर्डर पर चल रहा धरना-प्रदर्शन शनिवार को 87वें दिन में प्रवेश कर गया। इसी के साथ गाजीपुर, शाहजहांपुर और सिंघु बॉर्डर पर भी किसान लगातार धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार पर तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने किए दबाव बना रहे हैं।

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इस बीच दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने बड़ा एलान किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार किसान नेताओं से लंच पर करेंगे चर्चा। यह चर्चा तीनों कृषि बिलों से संबंधित खामियों पर होगी होगा। जानकारी सामने आ रही है कि किसान संगठनों के बड़े नेताओं को दिल्ली विधानसभा में लंच देंगे। इसमें सभी बड़े किसान नेता और आम आदमी पार्टी के नेता भी शिरकत करेंगे। यहां पर बता दें कि किसान आंदोलन का अरविंद केजरीवाल भी समर्थन कर रहे हैं।

यहां पर बता दें कि पंजाब निकाय चुनाव के परिणामों पर तीनों कृषि बिलों के खिलाफ पिछले 2 महीने से भी अधिक समय से चल रहे किसान आंदोलन का पूरा प्रभाव देखने को मिला है। पंजाब के किसानों के समर्थन में रही कांग्रेस को निकाय चुनाव में जबरदस्त कामयाबी मिली है। वहीं, कुछ हद तक आम आदमी पार्टी को भी किसानों का समर्थन करने का लाभ मिला है। बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ आम आदमी पार्टी लगातार मुखर रही। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आंदोलन कर रहे किसानों को कई तरह की मदद भी मुहैया करवाई। किसानों को वाईफाई की सुविधा तक दी है। इसके बावजूद पंजाब की जनता ने आम आदमी पार्टी को आशातीत कामयाबी नहीं दी है। वहीं, कई स्थानों पर AAP तीसरे स्थान पर रही।

बताया जा रहा है कि पंजाब में किसान मतदाता आगामी विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका में होंगे, इसलिए आम आदमी पार्टी अभी से उन्हें लुभाने में जुट गई है। 


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