Move to Jagran APP

Delhi Budget 2020: कमाई में देश में दूसरे स्थान पर हैं दिल्ली वाले

Delhi Budget 2020 दिल्ली में कुल वन और वृक्षाच्छादित क्षेत्र वर्ष 2015 में 277.77 वर्ग किलोमीटर था जो वर्ष 2019 में बढ़कर 324.44 वर्ग किलोमीटर हो गया है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 24 Mar 2020 12:22 PM (IST)Updated: Tue, 24 Mar 2020 12:22 PM (IST)
Delhi Budget 2020: कमाई में देश में दूसरे स्थान पर हैं दिल्ली वाले
Delhi Budget 2020: कमाई में देश में दूसरे स्थान पर हैं दिल्ली वाले

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कमाई के मामले में दिल्ली वाले देश में दूसरे नंबर पर हैं। उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा सोमवार को विधानसभा में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय देश की औसत से लगभग तीन गुना ज्यादा है। वर्ष 2019-20 में दिल्ली का सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) वर्तमान मूल्यों पर 856112 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है, जो वर्ष 2018-19 की तुलना में 10.48 फीसद की वृद्धि को दर्शाता है।

loksabha election banner

इस वित्त वर्ष में विकास दर 7.42 फीसद रहने का अनुमान है, जो राष्ट्रीय विकास दर से पांच फीसद ज्यादा है। वर्तमान वित्त वर्ष में भी शिक्षा क्षेत्र को सबसे ज्यादा वरीयता देते हुए कुल बजट का 28.96 फीसद हिस्सा इस क्षेत्र के लिए आवंटित किया गया। इसके बाद आवास और शहरी विकास, चिकित्सा और जनस्वास्थ्य, परिवहन, सामाजिक सुरक्षा और कल्याण, जल आपूर्ति और स्वच्छता का स्थान रहा।

दक्षिणी दिल्ली में है, सबसे ज्यादा हरियाली

दिल्ली में कुल वन और वृक्षाच्छादित क्षेत्र वर्ष 2015 में 277.77 वर्ग किलोमीटर था जो वर्ष 2019 में बढ़कर 324.44 वर्ग किलोमीटर हो गया है। दक्षिणी दिल्ली जिला में हरित क्षेत्र सबसे ज्यादा 84.63 वर्ग किलोमीटर और पूर्वी दिल्ली जिले में सबसे कम मात्र 3.75 वर्ग किलोमीटर है।

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति 26 वायु गुणवत्ता नियंत्रण केंद्रों से हवा की गुणवत्ता पर निगरानी रख रही है।

विद्युत और उद्योग

पिछले वर्ष तक दिल्ली में बिजली के कुल 59.94 लाख उपभोक्ता थे। पिछले दस वर्षो में राजधानी में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में 74.81 फीसद की वृद्धि हुई है।

कुल तकनीकी और वाणिज्यक (एटीएंडसी) घाटा अब 8.32 फीसद है, जो कि पहले 52 फीसद तक था।

सार्वजनिक परिवहन

  • 113.92 लाख मोटर वाहनों की संख्या पिछले वित्तीय वर्ष तक पहुंच गई
  • 25.97 लाख यात्रियों ने रोजाना मेट्रो में सफर किया।
  • 453.96 किलोमीटर कुल लंबाई चौथे चरण का काम पूरा हो जाने के बाद दिल्ली में मेट्रो की हो जाएगी
  • 58 बस डिपो इस समय दिल्ली में हैं और 12 का निर्माण कार्य चल रहा है। वहीं, 16 बस टर्मिनल हैं। इसके अलावा द्वारका के सेक्टर 4 और 12, विकासपुरी और नरेला में भी नए बस टर्मिनल बनाने का काम चल रहा है।
  • 733 नई बसें इस वर्ष फरवरी तक क्लस्टर योजना के अंतर्गत शामिल की गई हैं।
  • 7431 मार्शल महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए डीटीसी बसों में और क्लस्टर बसों में 2809 की तैनाती की गई है।
  • 2.80 लाख सीसीटीवी कैमरे (प्रत्येक विधानसभा में चार हजार) लगाने का काम जारी है। पिछले वर्ष दिसंबर तक 1.27 लाख कैमरे लग चुके हैं।

आवास और जल आपूर्ति

  • 83.42 फीसद परिवारों को दिल्ली में पाइपलाइन से पानी की आपूर्ति की जा रही है।
  • 911 एमजीडी पानी की सफाई पिछले वित्त वर्ष तक दिल्ली जल बोर्ड 12 जल शोधन संयंत्रों से कर पा रहा है। बोर्ड के पास 37 एम़जीडी उपलब्ध है।
  • 675 झुग्गी झोपड़ी बस्तियां दिल्ली में हैं, जिनमें 3.06 लाख लोग रहते हैं। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) और दिल्ली कैंट को खुले में शौच से मुक्त का प्रमाण पत्र दिया गया है

छात्रों की पढाई पर हो रहा ज्यादा खर्च

  • 1229 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल दिल्ली सरकार के अंतगर्त हैं। यहां प्राथमिक शिक्षा में सकल दाखिला अनुपात 109.19 फीसद है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह अनुपात 95.12 फीसद है।
  • 6555 करोड़ रुपये शिक्षा बजट वर्ष 2014-15 में था, जिसे 2019-20 में बढाकर 15601 करोड़ रुपये कर दिया गया। पांच वर्ष पहले यहां प्रति विद्यार्थी प्रति वर्ष शिक्षा व्यय 36041 रुपये था जो बढकर 63172 रुपये हो गया है।
  • 761 विशेष प्रशिक्षण केंद्र स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को मुख्य धारा में शामिल करने के लिए खोले गए हैं, जिनमें 29234 बच्चों ने नामांकन कराया है।
  • डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिभा फेलोशिप शुरू की गई है। इसके तहत बोर्ड परीक्षा में 80 फीसद से ज्यादा अंक लाने और 11 वीं व 12वीं कक्षा के 10949 छात्रों को टेबलेट प्रदान किए गए हैं।
  • अस्पतालों में बढ़ी है बिस्तरों की संख्या, दिल्ली के अस्पतालों में पांच साल पहले बिस्तरों की कुल संख्या 48096 थी, जो वर्ष 2018 में बढकर 57709 हो गई। इसी तरह से स्वास्थ्य पर प्रति व्यक्ति खर्च 1996 रुपये से बढ़कर 3044 रुपये हो गया।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.